आंदोलन में
जालोर जिले के 100 से अधिक गांवों से किसान जुट रहे है। किसानों का कहना था कि इस बार जवाई बांध पूरी तरह से भर गया था, उसके बाद भी नदी में पानी नहीं छोड़ा गया, यह राजनीतिक कमजोरी भी रही, जिसका बड़ा नकारात्मक असर जिले के कृषि क्षेत्र पर पड़ रहा है।
ये रखी मांगे
जवाई बांध के पानी पर हक निर्धारण के अलावा माही परियोजना की क्रियान्विति, आदान अनुदान दिलवाने, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के प्रयोग में खड़ी फसल में नुकसान होने पर व्यक्तिगत क्लेम देने, जले विद्युत ट्रांसफार्मर 72 घंटे में बदलने, कृषि क्षेत्र को पर्याप्त बिजली देने समेत कई मांगों से अवगत करवाया गया।
जनसहयोग से तमाम व्यवस्था
किसान नेता रतनसिंह कानीवाड़ा ने बताया जालोर जिले के कृषि क्षेत्र के भविष्य से जुड़े इस अहम आंदोलन को जन समर्थन भी मिल रहा है। प्रतिदिन किसानों के लिए भोजन, पानी, अनाज समेत अन्य व्यवस्थाएं जन सहयोग से मिल रही है। इसका वहन दानदाता कर रहे हैं।