जालोर। भारत निर्वाचन
आयोग के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने सोमवार को नई दिल्ली में आयोजित समारोह में जालोर
के तत्कालीन जिला निर्वाचन अधिकारी राजन विशाल को "बेस्ट इलेक्टॉरल प्रैक्टिसेज"
अवार्ड से सम्मानित किया।
जालोर में जिला निर्वाचन अधिकारी रहते हुए लोकसभा
चुनाव 2014 के दौरान मतदाता सहभागिता बढ़ाने के लिए चलाए गए "स्वीप" कार्यक्रम के
तहत किए गए सराहनीय प्रयासों के लिए तत्कालीन जिला निर्वाचन अधिकारी राजन विशाल का
चयन गत वर्ष इस जोनल अवार्ड के लिए किया गया था। नई दिल्ली के विज्ञान भवन में
सोमवार से शुरू हुए राज्यों व संघ राज्य क्षेत्रों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों के
सम्मेलन में भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ. नसीम जैदी ने राजन विशाल को इस अवार्ड
से सम्मानित किया। इस दौरान चुनाव आयुक्त ए. के. जोति भी मौजूद थे। स्वीप अभियान के
तहत किए गए प्रयासों के फलस्वरूप लोकसभा आम चुनाव 2014 के दौरान जालोर जिले में
पिछले आम चुनावों की तुलना में कुल 21.11 प्रतिशत की भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई थी।
महिला मतदाताओं के मतदान में भी उल्लेखनीय वृद्घि हुई थी। वर्ष 2009 के लोकसभा
चुनाव की तुलना में जालोर में 2014 के लोकसभा चुनावों में 25.01 प्रतिशत अधिक
महिलाओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। वहीं जिले के शहरी क्षेत्रों में कुल
27.34 प्रतिशत अधिक मतदान हुआ था।
दादाल में किया था पहली बार मतदान
जालोर के
तत्कालीन जिला निर्वाचन अधिकारी राजन विशाल की अगुवाई में किए गए प्रयासों से राज्य
के विधानसभा चुनावों के दौरान भी उल्लेखनीय परिणाम सामने आए थे। जिला मुख्यालय से
75 किलोमीटर दूर दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान के दादाल गांव की महिलाओं ने आजादी के बाद
विधानसभा आम चुनाव के दौरान 1 दिसम्बर 2013 को पहली बार मतदान किया था। यह बदलाव
विश्व के सबसे बड़े प्रजातंत्र में महिलाओं के लिए एक अनुकरणीय उदाहरण के रूप में
पेश आया।