भीनमाल. शीर्ष न्यायालय की रोक के बावजूद भी क्षेत्र के दासपां नदी में इन दिनों बजरी का अवैध खनन जोरों पर है। नदी में शाम ढलते ही बजरी माफिया अवैध खनन शुरू कर देते है। जो सुबह भोर होने तक जारी रहता है। नदी से एक रात में करीब 40-50 डंपर बजरी का अवैध खनन हो रहा है। अवैध खनन से राज्य सरकार व खनन विभाग को हर रोज लाखों के राजस्व का चूना लग रहा है। लेकिन खनन विभाग, पुलिस व प्रशासन बजरी के अवैध खनन को लेकर मूकदर्शक बने हुए है। वहीं खनन विभाग की लचर मॉनिटरिंग से बजरी माफियों की बल्ले-बल्ले हो रही है। बजरी माफिया इन डंपर चालकों से अवैध वसूली कर लाखों की चांदी काट रहे है। पूर्व में पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने जिले में बजरी अवैध खननकर्ताओं के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की थी। कार्यवाही के बाद जिले में हो रहे बजरी के अवैध खनन पर रोक सी लग गई थी। लेकिन पिछले 6 माह से क्षेत्र में अवैध बजरी खनन का कार्य फिर से शुरू हो गया। इन खनन माफियों के खिलाफ कार्रवाई करने में खनन विभाग तो पूरी तरह उदासीन बना हुआ। वहीं पुलिस कभी-कभार ट्रैक्टर-ट्रॉली चालकों के खिलाफ कार्रवाई कर इतिश्री कर लेती है। लेकिन अवैध बजरी का परिवहन कर रहे बड़े डंपरों पर कभी कार्रवाई नहीं होती है। ऐसे में बड़े डंपरों के माध्यम से बजरी का काला कारोबार करने वाले खनन माफियों के हौसलें बुलंद बने हुए है।
अनदेखी पड़ रही भारी
दासपां नदी में रात भी अवैध बजरी का खनन चलता है। दिन में नदी पूरी तरह सुनसान होती है। लेकिन अंधेरा होते ही नदी में बजरी के लिए डंपरों की लाइन लग जाती है। डंपर चालक दिन में जुजांणी, जेरण व कावतरा गांव के आस-पास होटलों पर आराम करते है। इन होटलों पर दिन में खाली डंपरों की कतार सी लगी रहती है। शाम होते ही डंपर चालक होटलों से रवाना होते है। पूरी रात बजरी की कालाबाजारी कर सुबह वापस खाली होकर होटल पर आ जाते है।
बाड़मेर तक होती है कालाबाजारी
बजरी खनन पर रोक के बाद अवैध खनन करने वाले खननकर्ता शहर में भी बेरोक-टोक अवैध रूप से बजरी पहुंचा रहे हैं। रात के अंधेरे में डंपर आते हैं व बुकिंग करवाने वाले की बताई गई जगह पर खाली कर जाते हैं। वहीं कई लोगों ने तो बजरी बेचने का व्यवसाय शुरू कर दिया। बजरी व्यवसायी रात में खाली प्लॉट्स पर डंपर से बजरी खाली करवाते हैं। इसके बाद दिन में ट्रैक्टरों के माध्यम से शहर में सप्लाई करते हैं। इसके अलावा दासपां से बाडमेर तक रात में बजरी की कालाबाजारी की जाती है। बाडमेर नजदीक होने से डंपर चालक रात में दो से तीन ट्रीप आराम से कर देते है।
जालोर के बाद भीनमाल में करेगें कार्रवाई
अभी जालोर व आहोर में विभाग की ओर से बजरी के अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। अवैध खनन हो रहा है तो कार्रवाई होगी।
सोहनलाल गुरू, सहायक खनन अभियंता, जालोर