8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Jalore News: सांचौर जिला निरस्त करने पर पूर्व मंत्री सुखराम बिश्नोई का बड़ा बयान, कर दिया ये ऐलान

पूर्व मंत्री सुखराम बिश्नोई ने सांचौर को जिला निरस्त करने के राज्य सरकार के निर्णय को गलत बताते हुए इसकी आलोचना की है।

2 min read
Google source verification
jalore news

सांचौर। राजस्थान सरकार की ओर से सांचौर को जिला निरस्त करने पर क्षेत्र के लोगों में निराशा है। पूर्व मंत्री सुखराम बिश्नोई ने सांचौर को जिला निरस्त करने के राज्य सरकार के निर्णय को गलत बताते हुए इसकी आलोचना की है। पूर्व मंत्री सुखराम बिश्नोई ने कहा कि सांचौर की जालोर मुख्यालय से 153 किलोमीटर दूरी होने की वजह से एवं सांचौर के अंतिम गांव की दूरी ढाई सौ किलोमीटर होने की वजह से मापदंड पर खरा उतर रहा था। लेकिन सांचौर जिले को निरस्त कर गलत कार्य किया है। जिसका आने वाले समय में क्षेत्र की जनता जवाब देगी।

वहीं दूसरी ओर विधायक जीवाराम चौधरी ने कहा कि सरकार द्वारा लिया गया फैसला कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर लिया गया है। जिसमें रानीवाड़ा, भीनमाल और बागोड़ा के लोगों द्वारा लगातार विरोध करने की वजह से राज्य सरकार द्वारा यह निर्णय लिया है। ऐसे में अकेले सांचौर क्षेत्र की वजह से जिला बनना संभव नहीं था।

सोमवार से महापड़ाव डालेंगे

ऐसी परिस्थिति में कमेटी ने जो रिपोर्ट सौंपी उसके आधार पर निर्णय हुआ है। राजस्थान सरकार के इस निर्णय को लेकर लोगों में भी नाराजगी दिखाई दे रही है। सोशल मीडिया पर लोग सरकार के प्रति नाराजगी जता रहे है। जिला यथावत रखने की मांग को लेकर रविवार एक बजे कलेक्ट्रेट मुख्यालय सांचौर के आगे पूर्व सुखराम बिश्नोई ने सम्मेलन बुलाया तथा सोमवार से महापड़ाव डालेंगे।

यह भी पढ़ें : आखिर सीकर संभाग का दर्जा क्यों छीना गया, जान लीजिए ये 3 वजह

जन अभाव अभियोग निराकरण समिति के पूर्व अध्यक्ष पुखराज पाराशर ने बताया कि प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा गहलोत सरकार के समय जनहित में बनाए 9 जिलों व 3 संभागों को समाप्त करने का निर्णय दुर्भाग्यपूर्ण और जनता के हितों पर सीधा प्रहार है। यह निर्णय न केवल प्रशासनिक व्यवस्था को कमजोर करता है बल्कि जनता की उम्मीदों के साथ कुठाराघात है।

बहुत जरूरी था सांचौर को जिला बनाया जाना

खासतौर पर सांचौर की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि इसे जिला बनाया जाना न केवल जरूरी था, बल्कि क्षेत्र की जनता की वर्षों पुरानी मांग थी। सांचौर का बड़ा क्षेत्रफल, दूर दराज के गांवों की समस्याएं और अन्य क्षेत्रीय मुद्दे इसे जिला बनाए जाने की प्राथमिकता में रखते हैं।

यह भी पढ़ें : अपना जिला निरस्त होने के बाद आक्रोश, जिले के बड़े BJP नेता ने सौंपा पार्टी को इस्तीफा

अच्छा होता और नए जिले घोषित होते, जिसमे भीनमाल भी होता। कांग्रेस पार्टी इस लड़ाई को हर मंच पर मजबूती से लड़ेगी। जनता भाजपा को सबक सिखाएगी। जनता एहसास करवाएगी कि जनविरोधी नीतियां कभी सफल नहीं हो सकती है।

इनका कहना….

राज्य सरकार द्वारा सांचौर को जिला निरस्त करने का निर्णय गलत है। हम उसका विरोध करते हैं। सांचौर के अंतिम गांव की जालोर मुख्यालय से ढाई सौ किलोमीटर की दूरी है। आने वाले समय में जनता भाजपा को जरूर जबाब देगी।

  • सुखराम बिश्नोई, पूर्व मंत्री राजस्थान सरकार

राज्य सरकार द्वारा कमेटी की बनाई रिपोर्ट पर सांचौर जिला निरस्त करने का निर्णय लिया है। क्योंकि रानीवाड़ा, बागोड़ा और भीनमाल लगातार विरोध कर रहे थे। ऐसे में सरकार के पास जिला निरस्त करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था।

  • जीवाराम चौधरी विधायक सांचौर