
- 8 मई से लेकर 3 अगस्त तक का यह आंकड़ा चिंता का विषय
जालोर. लिंपी स्कीन डिजीज पाली-जालौर और सिरोही तीनों जिलों में फैलने से गोवंश की मौत की संख्या लगातार बढ़ रही है। जो आंकड़ा विभागीय स्तर से जारी किया गया है, वह भी चौंकाने वाला है। 8 मई से 3 अगस्त तक जिले में 708 गोवंश की मौत की पुष्टि हुई है। जबकि इस आंकड़े से भी कई अधिक गोवंश प्रभावित हुआ है और मौतें हुई है।
संयुक्त निदेशक धर्मपाल ने बताया कि टीमें अलर्ट है और संक्रमित गोवंश का उपचार किया जा रहा है। विभागीय जानकारी के अनुसार जिले में कुल 11 हजार 280 गोवंश लंपी डिजीज से संक्रमित हुए, जिसमें से 7 हजार 656 गोवंश को उपचारित किया गया। इधर, तीनों ही जिलों में बड़ी संख्या में गोशालाएं है। संचालक फिक्र में है ।
ताले लगे, अब खुले
जिले में दो दर्जन से अधिक केंद्र पर स्टाफ की कमी की वजह से ताले लग चुके थे। इस वायरस के फैलने के बाद कलक्टर नमित मेहता के दखल पर सप्ताह में तीन दिन खुलने लगे है। इसके लिए पड़ोसी गांव के कंपाउंडर को प्रतिनियुक्ति पर लगाया गया है।
कोरोना की तरह...
लिंपी स्कीन डिजीज भी कोरोना की तरह लाइलाज बीमारी साबित हो चुकी। बचाव ही उपचार है। लिंपी का वायरस तेजी से एक से दूसरे पशु में फैल रहा है। पशु चिकित्सा विभाग ग्रसित पशुओं का उपचार करने के साथ पशुपालको में जागरूकता लाने का जतन कर रहा है।
जालोर आई पाली की टीम
जालोर की पथमेडा गोशाला में वायरस के तेजी से फैलने पर विविध जिलों से वहां टीम भेजी गई। पाली से भी एक टीम वहा भेजी गई है। जिसमे 12 चिकित्सक और कंपाउंडर शामिल है।
दो जिलों से आएगी टीम
पाली में बढ़ते आंकड़े देख सरकार ने डूंगरपुर और बांसवाडा से दो टीमें पाली भेजने का निर्णय किया है। ये टीम दो दिन बाद पाली आएगी और स्थानीय टीम के साथ सहयोग करेगी।
वायरस फैला तो जागी सरकार
ये वायरस फैलने के बाद सरकार जागी है। सरकार ने पशु चिकित्सालय और केंद्र की मरम्मत के लिए बजट पारित किया है। इधर,वायरस संबंधित दवा जोधपुर से उपलब्ध कराई गई है। अन्य दवा खरीद के लिए छह लाख रुपए का बजट दिया है। किराए पर वाहन उपयोग में लेने की अनुमति दी है। कलक्टर मेहता ने जिला पूल से एक वाहन पाली संयुक्त निदेशक को उपलब्ध कराया है।
15 टीमें गठित
लंपी के प्रकोप के बीच जिले में कुल 15 टीमें गोवंश के उपचार के लिए गठित की गई है। कलक्टर निशांत जैन ने बताया कि इस बीमारी के प्रकोप के बीच सांचौर क्षेत्र में टीम नंबर 1 पथमेड़ा, टीम नंबर 2 गोलासन, टीम नंबर 3 पालड़ी सोलंकियान, टीम नंबर 4 सेवाड़ा, पालड़ी, खापरोल ढाणी, दुगावा, सुरावा क्षेत्र के लिए नियुक्त की गई है। इसी तरह टीम नंबर 5 डेडवा, डेडवा खुर्द, जाखल के लिए तैनात की गई है। टीम नंबर 6 जालोर में बागरा, मौक, रेवत के लिए टीम नंबर 7 डूडसी, आकोली, रायपुरिया, सियाणा के लिए, टीम नंबर 8 नून, चूरा, रानीवाड़ा काबा, मडगांव के लिए टीम नंबर 9 जालोर, महेशपुरा, सामतीपुरा, लेटा, बादनवाड़ी के लिए, टीम नंबर 10 जसवंतपुरा क्षेत्र में तवाव, टीम नंबर 11 गजीपुरा, टीम नंबर 12 मांडोली नगर के लिए तैनात की गई है। इसी तरह भीनमाल क्षेत्र में टीम नंबर 13 दासपां, नवापुरा, कोरा, भागलसेफ्टा, मोदरा, धानसा के लिए, टीम नंबर 14 आहोर क्षेत्र में शंखवाली के लिए और टीम नंबर 15 पावटा, रसियावास और पलासिया के लिए नियुक्त की गई है।
Published on:
03 Aug 2022 09:36 pm
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