27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

राजस्थान में भारत माला एक्सप्रेस-वे के रास्ते पनप रहा नशे का नेटवर्क! सुरक्षा एजेंसियों के लिए बना बड़ी चुनौती, जानें पूरा मामला

Rajasthan Bharatmala Project : राजस्थान में नशा गहरी जड़ें जमा चुका है। इसका एक जरिया बना है आरामदायक और कम समय में लंबी दूरी तय करने वाला जामनगर-अमृतसर भारतमाला एक्सप्रेस-वे। एक्सप्रेस-वे पर नशे का नेटवर्क तेजी से रफ्तार पकड़ रहा है। इस कारण सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस के लिए अभी से यह एक्सप्रेस-वे चुनौती बन गया है।

2 min read
Google source verification
Rajasthan Bharatmala Project Bharat Mala Expresswaydrug network flourishing A big challenge for security agencies

राजेन्द्रसिंह देणोक/खुशालसिंह भाटी

Rajasthan Bharatmala Project : प्रदेश में नशा गहरी जड़ें जमा चुका है। अवैध शराब और ड्रग्स की सप्लाई बड़े पैमाने पर हो रही है। इसका एक जरिया बना है आरामदायक और कम समय में लंबी दूरी तय करने वाला जामनगर-अमृतसर भारतमाला एक्सप्रेस-वे। एक्सप्रेस-वे पर नशे का नेटवर्क तेजी से रफ्तार पकड़ रहा है। चैकपोस्ट और सुरक्षा उपायों के अभाव में तस्कर इस रास्ते से राजस्थान व गुजरात में नशा पहुंचा रहे हैं। इस कारण सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस के लिए अभी से यह एक्सप्रेस-वे चुनौती बन गया है।

पंजाब में स्मैक, एमडी के साथ शराब तस्करी का बड़ा नेटवर्क है। दूसरी तरफ, शराबबंदी के कारण गुजरात में शराब की भारी डिमांड रहती है। यह शराब अवैध रूप से पंजाब से गुजरात पहुंचती है। ऐसे में पंजाब से लेकर राजस्थान के सीमावर्ती जिले जालोर-सांचौर के तस्करों का गिरोह सक्रिय है। एक्सप्रेस-वे का काम अंतिम चरण में है, जिससे अभी पुलिस की निगरानी ज्यादा नहीं है। इस स्थिति में यह एक्सप्रेस-वे तस्करी में अहम किरदार निभा रहा है।

1257 किलोमीटर लंबा राजमार्ग, सुरक्षा कहीं नहीं

जामनगर-अमृतसर भारत माला एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 1257 किलोमीटर है। यह एक्सप्रेस-वे पंजाब को राजस्थान के रास्ते गुजरात तक जोड़ता है। एक्सप्रेस-वे में यह दूरी 15 से 16 घंटे में तय होती है। एक्सप्रेस-वे पर कुछ जगह काम चल रहा है तो कई जगह इसका उपयोग किया जा रहा है, लेकिन पूरे राजमार्ग पर सुरक्षा कहीं नहीं है। इसका तस्कर फायदा उठा रहे हैं।

ये बड़े शहर कनेक्ट

अमृतसर से बठिंडा की दूरी 154.886 किमी, बठिंडा से चौटाला 85.1 किमी, चौटाला से रसीसर 252.8 किमी, रसीसर से देवगढ़ 175.75 किमी, देवगढ़ से सांचौर की दूरी 208.54 किमी है। इस तरह से इन सभी प्रमुख शहरों में ड्रग्स और शराब तस्करी के प्वाइंट है। वहीं, सांचौर से गुजरात राज्य में संथालपुर की दूरी 125.18 किमी है। इसी तरह संथालपुर से मलिया 124 किमी और मलिया से जागनगर की दूरी 131 किमी है। इस रूट से राजस्थान में ही हनुमानगढ़, बीकानेर, जोधपुर, बालोतरा, बाड़मेर, जालोर, सांचौर जिले की कनेक्टिविटी है और एक्सप्रेव-वे तस्करों को बड़ा सुगम नेटवर्क प्रदान करने वाला है।

यों समझें तस्करी की बानगी

केस-1
29 जनवरी 2024 को बालोतरा पुलिस ने अमृतसर-जामनगर ग्रीन कॉरिडोर (भारत माला एक्सप्रेस हाईवे) रेकी करते हुए दो ट्रक जब्त किए। पुलिस ने दोनों ट्रकों से 530 व 470 कर्टन पंजाब निर्मित अवैध शराब बरामद की। ये शराब गुजरात तक पहुंचाई जानी थी। जब्त शराब की कीमत 1 करोड़ रुपए थी।

केस-2
पुलिस ने 8 मई को तेजी से दौड़ रही गुजरात पासिंग कार को पीछा कर रुकवाया। बागोड़ा थाना क्षेत्र के भारत माला एक्सप्रेस-वे पुल के पास कार की तलाशी ली तो शराब के 100 कार्टन बरामद हुए। शराब की सप्लाई गुजरात में की जानी थी।

तस्करी का ताल्लुक पंजाब-हरियाणा से ज्यादा

सांचौर और जालोर पुलिस की ओर से हर माह औसतन 10 के करीब शराब और स्मैक-एमडी तस्करी के मामले में कार्रवाई की जाती है, जिसमें से लगभग 80 प्रतिशत मामलों का जुड़ाव पंजाब या हरियाणा से सामने आ रहा है।

इनका कहना

भारतमाला एक्सप्रेस-वे पर तस्करी की संभावनाओं को लेकर गश्त व्यवस्था में सुधार के लिए चौकी का प्रस्ताव पूर्व में भेजा था। बालोतरा एसपी रहते हुए भारतमाला एक्सप्रेस-वे पर बाड़मेर एसपी के सहयोग से दो माह में ही 12 से अधिक कार्रवाई की थी। जल्द ही तस्करी को रोकने के लिए विशेष प्लान तैयार किया जाएगा।

- हरिशंकर, एसपी, सांचौर

यह भी पढ़ें :

जयपुर की दो सगी बहनें, न बोल सकती न सुन सकती हैं… पर हाथों में है जादू