11 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Rajasthan News : गुजरात जाकर जीरा बेच रहे हैं राजस्थान के किसान, सरकार को हो रहा नुकसान, जानिए कैसे

Rajasthan News : सांचौर क्षेत्र में इस बार जीरे की फसल में खराबे के बावजूद अच्छी पैदावार हुई है। क्षेत्र में जीरे की अच्छी पैदावार के बावजूद गुजरात की तुलना में स्थानीय कृषि मंडी में टैक्स अधिक होने से किसान अपना जीरा गुजरात की मंडियों में बेच रहे हैं।

2 min read
Google source verification
jeera_bhav.jpg

Rajasthan News : सांचौर क्षेत्र में इस बार जीरे की फसल में खराबे के बावजूद अच्छी पैदावार हुई है। क्षेत्र में जीरे की अच्छी पैदावार के बावजूद गुजरात की तुलना में स्थानीय कृषि मंडी में टैक्स अधिक होने से किसान अपना जीरा गुजरात की मंडियों में बेच रहे हैं। स्थानीय मंडियों में टैक्स अधिक होने से यहां का जीरा गुजरात जाने से राजस्व आय पर पड़ रहा है। राज्य का जीरा गुजरात जाने से गुजरात की जीएसटी में बढ़ोतरी हो रही है। व्यापारियों का कहना है कि सरकार द्वारा किसानों को कई प्रकार की मंडी सुविधा दी जाती है, लेकिन जानकारी के अभाव में किसान गुजरात में जीरा बेचकर आ जाते हैं। इसकी बड़ी वजह यह है कि गुजरात की तुलना में राज्य का टैक्स डेढ़ गुना ज्यादा है। ऐसे में सांचौर के अतिरिक्त बाड़मेर, जैसलमेर व बीकानेर के किसान भी जीरा बेचने के लिए गुजरात जाते हैं। इसका सीधा नुकसान राज्य की मंडियों को उठाना पड़ता है। सबसे ज्यादा नुकसान सीमावर्ती क्षेत्र की मंडियों पर पड़ता है। व्यापारियों ने राज्य सरकार से गुजरात के सीमावर्ती मंडियों से जीरे पर से टैक्स घटाने की मांग की है, ताकि राज्य का राजस्व गुजरात सरकार को नहीं मिले।

ग्यारह से तेरह सौ के बीच बीज खरीदा
जीरे का भाव गिरने से किसान असमंजस में है। जीरे की बुवाई के दौरान जीरे का बीज 11 सौ रूपए से तेरह सौ रुपए प्रति किलो के हिसाब से खरीदकर बुवाई की थी, लेकिन अब पकने के समय जीरे का भाव गिर गया है। ऐसे में किसान मायूस नजर आ रहे हैं। क्षेत्र में इस बार 35 हजार हैक्टेयर क्षेत्रफल में जीरे की बुवाई हुई थी। हालांकि मौसम खराब होने व बारिश की वजह से 50 फीसदी से ज्यादा जीरे में खराबा हो गया था। फिर भी जीरे का अच्छा उत्पादन होने के बावजूद मंडियों में जीरे के भाव गिर गए हैं, जिससे किसानों के चेहरे पर मायूसी छाई हुई है। मंगलवार दिन को स्थानीय कृषि मंडी में जीरे का भाव दो सौ से 230 के बीच रहा है। जिसकी वजह से अधिकांश किसान जीरा लेेकर मंडी नहीं पहुंचे।

जीरे की पैदावार अच्छी हुई है। राज्य में मंडी टैक्स गुजरात की तुलना में डेढ़ गुना ज्यादा है। ऐसे में सरकार को टैक्स कम करना चाहिए। राज्य का जीरा गुजरात जा रहा है, जिससे राज्य की जीएसटी पूरी गुजरात जा रही है। ऐसे में सरकार मंडी टैक्स कम करे ताकि किसानों व सरकार दोनों को फायदा मिले।
- वीडी व्यास, अध्यक्ष कृषि मंडी व्यापार संघ सांचौर

यह भी पढ़ें- Loksabha Election 2024: ये नेताजी मांग रहे थे विधायक का टिकट,नहीं मिला, लेकिन अब लड़ेंगे सांसद का चुनाव