व्यापारियों ने आरोप लगाया कि प्रशासन के अधिकारी व नगर परिषद के अधिकारी शनिवार को जब पैदल घूमे तब उन्होंने व्यापारियों की भावना को ध्यान में रखते हुए ही कार्रवाई की बात कही थी, लेकिन रविवार को अचानक से ही कार्रवाई करते हुए नुकसान पहुंचाया।
व्यापारियों ने स्टेट हाइवे के 50 फीट की दूरी के भीतर आने वाले क्षेत्र में कार्रवाई को पक्षपात पूर्ण बताया। व्यापारियों ने कहा कि जब वे दुकानों के आगे लगे टीन शेड खोल रहे थे, इस दौरान जेसीबी से उनके शेड तोड़ दिए गए। जबकि सड़क के दूसरी तरफ न तो नाप लिया और न ही कार्रवाई की। रविवार को अचानक हुई कार्रवाई के दौरान रानीवाड़ा रोड पर स्थापित दुकानदारों में हड़कंप मच गया। प्रशासन अमले के साथ भारी पुलिस जाब्ते की तैनाती की बदौलत व्यापारियों का विरोध दब कर रह गया।
इनका कहना
प्रशासन व नगर परिषद द्वारा तय समयावधि से पहले कार्रवाई कर दुकानों के आगे लगे टीन शेड तोड़ दिए, जबकि 17 सितम्बर को हमें कार्रवाई का कहा गया था। इससे नुकसान हुआ है। प्रशासन जानबूझकर भेदभावपूर्वक कार्रवाई कर रहा है। सड़क के दूसरी ओर पैमाइश किए बिना ही एक तरफा कार्रवाई की जा रही है। समय भी नहीं दिया गया है।
पीडब्लूडी की सड़क के 50 मीटर की परिधि में जो भी अवैध कब्जे थे उसको हटाया गया, ताकि सड़क को चौड़ा किया जा सके, हटाए गए अतिक्रमण की जगह फुटपाथ व पानी की निकासी के काम लिया जाएगा। व्यापारियों को कार्रवाई को लेकर 7 दिन पूर्व बता दिया गया था।
- रायमलराम चौधरी, कार्यवाहक आयुक्त, नगरपरिषद, सांचौर