22 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

डाक विभाग की लेटलतीफी का नतीजा, स्पीड पोस्ट भी 8 दिन बाद ही मिलेगी

भीनमाल डाकघर की स्पीड पोस्ट सेवा भी यहां पर तार-तार हो रही है। सामान्य डाक की तरह ही स्पीड पोस्ट भी 7 से 8 दिन में पहुंचाई जा रही है। इस बार तो डाकघर में इंटरनेट के लिए काम आने वाला मॉडम जल जाने से ग्राहकों को और अधिक परेशानी उठानी पड़ी।

2 min read
Google source verification
डाक विभाग की लेटलतीफी का नतीजा, स्पीड पोस्ट भी 8 दिन बाद ही मिलेगी

Bhinmal post office

भीनमाल. सरकार भले ही डाक महकमे को हाइटेक बनाने के लिए कई प्रयास कर रही हो, लेकिन डाक विभाग के कार्मिकों की कारस्तानी के चलते विभाग में लोगों को कामकाज करवाना किसी चुनौती से कम नहीं है। डाकघर की स्पीड पोस्ट सेवा भी यहां पर तार-तार हो रही है। सामान्य डाक की तरह ही स्पीड पोस्ट भी 7 से 8 दिन में पहुंचाई जा रही है। इस बार तो डाकघर में इंटरनेट के लिए काम आने वाला मॉडम जल जाने से ग्राहकों को और अधिक परेशानी उठानी पड़ी। 26 फरवरी को मुंबई से स्पीड पोस्ट के जरिए भेजी गई डाक संबंधित को दस दिन बाद काफी मन्नतें करने के बाद मिल पाई। महकमे के अधिकारी इंटरनेट का मॉडम जलने की बात कहते हुए डाकघर में कामकाज बंद होने का हवाला देते रहे। हालांकि डाक वितरण में यह पहली बार नहीं हुआ है, अमूमन डाक भले ही स्पीड पोस्ट हो या साधारण पोस्ट लेटलतीफी आम बात हो गई है। ऐसें में आवश्यक कार्य के लिए डाक भेजने व मंगवाने वालों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। विभाग से संपर्क करने पर कई पर भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलता है। इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि डाक विभाग में सर्विस कैसे मिल रही है। इतना कुछ होने के बाद भी अधिकारी ग्राहकों की समस्या सुनने के लिए तैयार नहीं हैं।
यहां पड़ी डाक भी नहीं कर रहे है वितरण
डाक महकमे का तो भगवान ही मालिक है। ग्राहकों का कहना है कि 26 फरवरी को मुंबई से स्पीड पोस्ट से डाक रवाना हुई जो जोधपुर से जयपुर, उसके बाद फालना होते हुए भीनमाल पहुंची। ऑनलाइन रजिस्टे्रशन से डाक ट्रेकिंग करने पर चार दिन से भीनमाल डाकघर में पड़ी होना बताया, लेकिन इंटरनेट बंद होने का हवाला देेते हुए विभाग ने वितरित नहीं की। एलआईसी में विकास अधिकारी सुबोध भण्डारी ने बताया कि भले ही डाक कितनी भी आवश्यक हो, लेकिन विभाग के कारिंदों को इससे कोई सरोकार नहीं है। अधिकारी कंप्यूटर शुरू होने पर ही डाक वितरण करने का हवाला देते रहे।
ऑफिस खुलता है, लेकिन कामकाज नहीं होता
लोगों का कहना है कि यहां डाकघर में पिछले पांच दिन से ऑफिस तो खुलता है, लेकिन कंप्यूटर बंद होने से डाक नहीं तो ली जा रही है और ना ही वितरण की जा रही है। आवश्यक कार्य के लिए लोगों अन्य स्थानों पर पहुंचकर डाक भेजनी पड़ी। खासकर दूर-दराज से भेजी हुई डाक यहां पड़ी है, लेकिन वितरण नहीं हो पा रही है। लोगों का कहना है कि डाक यहां से जयपुर होकर फालना से यहां पहुंचती है। ऐसे में लोगों का समय खराब रहता है। डाक से संबंधित कामकाज के लिए लोग रोजाना चक्कर काटते रहते हैं।
पांच दिन बंद रहा था, कल शुरू हुआ
डाकघर में इंटरनेट का मॉडम जलने से पांच दिन कंप्यूटर नहीं चल रहे थे। बीएसएनएल में मॉडम भी नहीं थे। कल से वैकल्पिक व्यवस्था कर कामकाज शुरू किया है। बीच में काफी आवश्यक होने पर ऑफलाइन डाक वितरण की है।
- श्रवण कुमार, पोस्ट मास्टर, डाकघर-भीनमाल