उमर अब्दुल्ला ने अपने समर्थको से कहा “बाकी रियासतें बिना शर्त देश में मिले, पर हमने कहा कि हमारी अपनी पहचान होगी, अपना संविधान होगा। हमने उस वक्त अपने “सदर-ए-रियासत” (राष्ट्रपति) और “वजीर-ए-आजम” (प्रधानमंत्री) भी रखा था, इंशाअल्लाह उसको भी हम वापस ले आएंगे।
गरमाई राजनीति,पीएम ने महागठबंधन के नेताओं को लिया आडे हाथ
देश लोकसभा चुनाव के मुहाने पर खड़ा है। ऐसे में उमर अब्दुल्लाह के बयान से राजनीतिक पारा और चढ़ गया है। तेलंगाना में रैली को संबोधित करते हुए पीएम ने महागठबंधन के मुख्य दलों कांग्रेस, टीडीपी, तृणमूल कांग्रेस, एनसीपी पर सवाल दाग दिया। पीएम ने इन सभी दलों के मुखिया से पूछा की आपके सहयोगी दल के नेता जम्मू-कश्मीर में अलग प्रधानमंत्री की मांग कर रहे है, आप इससे सहमत है क्या? महागठबंधन के नेताओं की इस बयान पर कोई भी प्रतिक्रिया अभी तक सामने नहीं आई है। पर इस चुनावी माहौल में यह बयान नई बहसबाजी को जन्म देने के लिए काफी है!