राजगीर। राजगीर में आयोजित बिहार कैबिनेट ने आज एक और अहम फैसला सुनाया है। इस वित्तीय वर्ष 2017 के प्रारंभ यानि 1 अप्रेल से राज्य की सारी शराब फैक्ट्रियां बंद कर दी जाएंगी। उक्त मंत्रिपरिषद की बैठक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुई।
राजगीर में नीतीश कुमार मंत्रिपरिषद की बैठक में विदेशी शराब विनिर्माणशाला, बॉटलिंग प्लांट और अनाज आधारित आसवानी से इएनए (एक्स्ट्रा नेचुरल अल्कोहल) बनाने वाली इकाईयों का अगले वित्तीय वर्ष से लाईसेंस नवीकरण नहीं करने का निर्णय लिया गया।
जानकारी के अनुसार शराबबंदी के पक्ष में नीतीश मंत्रिपरिषद ने राज्य में 3 बीअर उत्पादन इकाई, 12 बॉटलिंग प्लांट और 6 इएनए (एक्स्ट्रा नेचुरल अल्कोहल) बनाने की इकाईयों की अनुज्ञप्ति 2017..18 से नवीकरण नहीं किये जाने का निर्णय लिया है।
बैठक के बाद मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के प्रधानसचिव ब्रजेश महरोत्रा ने बताया कि बिहार मद्य निषेध और उत्पाद अधिनियम 2016 की धारा 24 के तहत राज्य सरकार को प्रदत शक्तियों के आलोक में मंत्रिपरिषद ने विदेशी शराब विनिर्माणशाला, बॉटलिंग प्लांट और अनाज आधारित आसवानी से इएनए बनाने वाली इकाईयों का अगले वित्तीय वर्ष से अनुज्ञप्ति नवीकरण नहीं करने को मंजूरी दे दी है।