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जमुई। गर्मी का मौसम आते ही क्षेत्र में पानी के लिए जद्दोजहद चालू हो गई। इस प्रखंड के नक्सल प्रभावित क्षेत्रवासी गर्मी के प्रारंभ में ही पीने के पानी के लिए गढ्डों पर निर्भर नजर आ रहे हैं। कुछ लोग नदी-तालाबों में बचे हुए गंदे पानी से अपना काम चला रहे हैं। लेकिन प्रशासन और जनप्रतिनिधियों का ध्यान इस ओर करना काफी कठिन नजर आ रहा है।
जानकारी के अनुसार नक्सल प्रभावित गोली पंचायत का मकरमानी, कपलो तथा हरखाड़ पंचायत का रजला आदि गांव दूर-दूर से पानी लाने को मजबूर हैं। साथ ही दूषित जल पीने के कारण लोग कई तरह की बीमारियों से भी ग्रसित हो रहे हैं।
इन गांवों में अधिकांश चापानल या तो पूरी तरह से खराब पड़ा है या फिर मरम्मत के अभाव में चालू हालत में नहीं है। नतीजतन यहां के लोग पहाड़ की तलहट्टी से बहने वाले जोर के अलावे नदी एवं तालाब का गंदा पानी पीकर अपनी प्यास बुझा रहे हैं।
प्रखंड विकास पदाधिकारी स्नेहिल आनंद ने बताया कि क्षेत्र में जितने भी चापानल खराब पड़े हैं उनकी मरम्मत को लेकर संबंधित विभाग को लिखा जाएगा। हम भी ग्रामीणों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत् हैं।
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