27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Breaking : रिश्वत लेते चाम्पा वन मंडल का वनपाल कैमरे मे कैद

पत्रिका ने स्टिंग करके मामले का किया खुलासा

2 min read
Google source verification
पत्रिका ने स्टिंग करके मामले का किया खुलासा

पत्रिका ने स्टिंग करके मामले का किया खुलासा

बम्हनीडीह. एक तरफ जांजगीर-चांपा जिला वैसे ही वन क्षेत्र के नाम पर काफी पीछे है। यहां की डीएफओ पौधरोपण कर वन क्षेत्र को बढ़ाने के लिए काम कर रही हैं। लेकिन उनके ही सिपहसालार वनपाल व अन्य अधिकारी ऐसा नहीं चाह रहे हैं। इसका जीता जागता उदाहरण चांपा वन मंडल में पदस्थ वनपाल भोगीलाल गुप्ता हैं।

वो लोगों से पैसा लेकर उन्हें अवैध लकड़ी चीरने और उसका कारोबार करने की छूट दे दे रहे हैं। इसका खुलासा तब हुआ जब पत्रिका ने स्टिंग कर वनपाल को रंगे हाथ रिश्वत लेते अपने कैमरे में कैद किया।


यह मामला और कहीं नहीं बल्कि जिले के बम्हनीडीह विकासखंड मुख्यालय का है। यहां के निवासी गोपेश जायसवाल अपना घर बनवाने के दौरान उसमे लकड़ी का काम करवा रहा था। का घर का काम चल रहा था इस बात की जानकारी जैसे ही वन मंडल चाम्पा के वनपाल भोगीलाल गुप्ता हुई वह छापा मारने पहुंच गया।उसने जाकर मकान निर्माण और उसमें प्रयुक्त लकड़ी के संबंध में पूछताछ की। लकड़ी को अवैध बताते हुए डीएफओ द्वारा कार्रवाई के लिए भेजे जाने की बात कही।

डिपो द्वारा कार्रवाई की बात सामने आते ही मकान मालिक डर गया। माकन मालिक ने भोगीलाल को कुछ लेनदेन कर मामले को रफादफा करने बात कही। खर्चा पानी का ऑफर मिलते ही भोगीलाल तैयार हो गया और पैसे लेकर जेब मे डाल और हंसते हुए वहां से चला गया, लेकिन उसकी यह सारी करतूत पत्रिका की टीम अपने कैमरे में कैद कर रही थी। उसके जाने के बाद इस संबंध में अब भोगीलाल गुप्ता से बात की गई तो वह मामले में गोलमोल जवाब देने लगा भोगीलाल गुप्ता का कहना था

कि वह वहां से गुजर रहा था इस बहाने अपने क्षेत्र में चेकिंग के लिए गया था और उन लोगों ने अपनी मर्जी से उसे पेट्रोल पानी के लिए पैसा दिया है।

Read more : हितग्राहियों को 12 के बजाए सेमरा सरपंच दे रहा छह से सात हजार,शौचालय निर्माण की राशि में बंदरबांट

जबकि हकीकत यह है कि रिश्वत चाहे मर्जी से ली जाए या फिर जो जबरदस्ती से रिश्वत ही कहलाती है। डीएफओ सतोविसा समाजदार ने इस मामले को काफी गंभीरता से लिया है और इसे गलत बताते हुए भोगीलाल गुप्ता को शो कॉज नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

डीएफओ का कहना है कि गुप्ता के खिलाफ डिपार्टमेंटल इंक्वायरी बिठाने के साथ ही साथ उसके सस्पेंशन की कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा गया जाएगा। डीएफओ का कहना है कि वनपाल को सस्पेंड करने का अधिकार उनके पास नहीं है और यह मामला भी बड़ा है इसलिए उन्होंने इसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को दी है और कार्रवाई के लिए पत्र प्रेषित करेंगी।

कैमरे में कैद वीडियो
कैद की गई इस वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि रिश्वतखोर वनपाल किस तरह से रुपयों की मांग कर रहा है। इस पर जब मकान मालिक गोपेश जायसवाल ने उससे खर्चा पानी का ऑफर दिया तो वह न केवल तैयार हुआ, बल्कि उससे रुपए भी लिया। फारेस्टर की यह करतूत कैमरे में कैद हो गई।


-इस मामले की जानकारी मिली है। इसको किसी भी कीमत में नजर अंदाज नहीं किया जा सकता। मामले की जांच की जा रही है। आरोपी वनपाल को शो कॉज नोटिस जारी किया गया है। यदि वह सही स्पष्टीकरण नहीं दे पाता तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए उच्च अधिकारियों को पत्र प्रेषित किया जाएगा।
-सतोविसा समाजदार, डीएफओ, जांजगीर