गौरव ग्राम अफरीद के ग्राम जागरण महिला समिति के सदस्यों ने बताया कि चांपा तहसील के ग्राम बहेराडीह में स्थापित टाइल्स फैक्ट्री के दूषित वातावरण में काम करने वाली मजदूरों की सिलकोसिस नाम घातक बीमारी से मौत हो गई थी। इसके बाद विवादित फैक्ट्री को शासन द्वारा प्रतिबंधित किया गया है। उसी विवादास्पद फैक्ट्री का नाम बदलकर अफरीद में स्थापित किया जा रहा है। फैक्ट्री के लिए ग्राम पंचायत में गुपचुप तरीके से अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया है। इसकी शिकायत एसडीएम से की गई थी। शिकायत के बावजूद किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई। इन ज्वलंत मुद्दों को लेकर ग्राम जागरण महिला समिति की महिलाएं एवं पुरूष चरणबद्ध आंदोलन शुरू कर दिया। सैकड़ो महिलाओं ने १६ मई को सरपंच लता राठौर के घर के सामने कीर्तन भजन कर विरोध प्रदर्शन किया था। वहीं बुधवार की सुबह गांव की सैकड़ो महिलाएं ट्रैक्टर में बैठक चांपा के एसडीएम कार्यालय पहुंचे और विरोध प्रदर्शन करते हुए धरने पर बैठ गए।
अब कलेक्टोरेट की बारी
गौरव ग्राम अफरीद के ग्राम जागरण महिला समिति के सदस्यों ने बताया कि यदि एसडीएम से बात नहीं बनती है तो कलेक्टोरेट कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन करने मजबूर होंगे। लेकिन गांव में किसी भी सूरत में उद्योग की स्थापना होने नहीं देंगे। उन्होंने बताया कि अब अगला धरना प्रदर्शन ३० मई को कलेक्टोरेट के सामने किया जाएगा।