
जल जीवन मिशन प्रचार-प्रसार कागज में
जांजगीर-चांपा। सामुदायिक सहभागिता आधारित इस योजना का उद्देश्य पाइप लाइन से पानी पहुंचाने के अलावा पानी की गुणवत्ता सफाई नियंत्रण और स्थापना पश्चात जनसहयोग से कुशल संचालन भी है। यही कारण है कि इस योजना में एक बड़ी राशि सूचना शिक्षा और संवाद के लिए भी जिलाशय प्रदान की गई है। निर्माण कार्य जहां पीएचई में पंजीकृत ठेकेदारों से निष्पादित कराना है वहीं जन जागरूकता का कार्य एनजीओ के माध्यम से होना है। जिले में इस हेतु लगभग 4 करोड़ रुपए निर्धारित है। एनजीओ को योजना के प्रचार-.प्रसार हेतु दीवार लेखन हैंडबिल वितरण, नुक्कड़ नाटक, कठपुतली शो, स्कूल कॉलेज में प्रतियोगिता, वर्कशॉप जैसे कार्यक्रम करने हैं। इसके साथ ही जल जीवन मिशन के कार्य को लम्बे समय तक संचालित करने प्रत्येक माह हितग्राहियों से एक निश्चित राशि लिए जाने हेतु जागरूकता व समर्थन प्राप्त करना तथा जल की गुणवत्ता जांच हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन भी आयोजित करना है। प्रशिक्षण कार्यक्रम पश्चात प्रत्येक टोला मजरा को प्रशिक्षण किट प्रदान करना है।
पर्दे के पीछे के संचालक पीएचई के ठेकेदार और अधिकारी
जांजगीर-चाम्पा में जिस एनजीओ को इस काम के लिए जवाबदारी सौपी गयी है। उसे किराए पर चलाया जा रहा है। एनजीओ के पदाधिकारी कोई और हैं और पर्दे के पीछे के संचालक पीएचई के ठेकेदार और अधिकारी हैं। स्पष्ट है जिन ठेकेदारों ने जल जीवन मिशन के काम में बट्टा लगा दिया हो वे एनजीओ के काम को कैसे संचालित कर रहे होंगे। जिले के किसी गांव में नुक्कड़ नाटक, पापम्पलेट, पोस्टर-हैंडबिल नहीं बांटे गए और न ही जनसभा का अयोजन किया गया। हाँ जब जब अधिकारियों को पार्टी की इच्छा हुई शहर के एक बड़े होटल में कार्यशाला का नाम देकर पार्टी जरूर आयोजित की गई।
Published on:
14 Apr 2023 08:52 pm
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