रशीद बुजुर्गों
को नहीं दी गई। पत्रिका ने जब इस बारे में बैंक ऑफ इंडिया चांपा के स्केल
वन अधिकारी जूनियर मैनेजर मिस्टर मजूमदार से बात किया तो उसने बताया कि अब
घर जाकर पेंशन देंगे तो सुविधा शुल्क लेंगे ही। हालांकि मजुमदार की
ईमानदारी इतनी दिखी कि उसने कहा कि उसे 30 नहीं 20 रुपए कमीशन लेना था। 10
रुपए अधिक लिया गया है, लेकिन यह कमीशन लेने का कहीं कोई न आदेश है न ही
कोई प्रावधान।