यानी हर दिन 1 करोड़ रुपए से ज्यादा चाहिए तभी यह लक्ष्य हासिल होगा। इसको देखते हुए इस माह हफ्तों में सातों दिन यानी शासकीय छुट्टी के दिन भी जांजगीर-चांपा और सक्ती जिले के सभी 9 पंजीयक दफ्तर खुले रहेंगे और जमीन की खरीदी-बिक्री और रजिस्ट्री होगी ताकि लक्ष्य हासिल करने में आसानी हो। इस संबंध में कार्यालय महानिरीक्षक पंजीयन एवं अधीक्षक मुद्रांक छत्तीसगढ़ रायपुर के द्वारा आदेश भी जारी कर दिया गया है।
अवकाश के दिनों में पंजीयन दफ्तर खुलने का आदेश अगले हफ्ते यानी 16 मार्च शनिवार से लागू होगा। इसके बाद 31 मार्च तक पड़ने वाले 6 अवकाश के दिनों में दफ्तर खुलेंगे। उल्लेखनीय है कि वित्तीय वर्ष 2023-24 की समाप्ति में अब 21 दिन ही शेष है। माह में कुल 11 अवकाश पड़ रहे हैं। अवकाश के दिनों में कार्यालय बंद होने से पंजीयन का काम प्रभावित होगा। वहीं इसका असर राजस्व आय में पड़ेगा। इसको देखते हुए ही अवकाश के दिन भी पंजीयन कार्य जारी करने सभी जिला कलेक्टरों को आदेश जारी किया गया है।
1 अप्रैल से नई गाइडलाइन होगी जारी बता दें, हर साल 1 अप्रैल से जमीन की नई कीमतें तय होती है। यानी पूरे प्रदेश में नई गाइडलाइन जारी होती है। इसमें जमीन के भाव ऊपर-नीचे होते हैं। ऐसे में मार्च माह में लोग ज्यादा जमीन की खरीदी-बिक्री करना चाहते हैं ताकि अगर नई गाइडलाइन में अगर जमीन के सरकारी रेट बढ़ेंगे तो रजिस्ट्री का खर्च ज्यादा आएगा। इस साल भी जिले में नई गाइडलाइन को लेकर बैठक हो चुकी है। बैठक में जो भी नई गाइडलाइन तय की गई है, उसे राज्य कार्यालय को भेजा जाएगा। जहां से अंतिम मुहर लगेगी।