
दुश्मनी भुनाने के लिए शराब में जहर मिलाकर लाया था दुश्मन के लिए, पी गया कोई और
जांजगीर-नवागढ़। घटना के बाद आरोपी विजय सूर्यवंशी को गिरफ्तार कर लिया है और जेल दाखिल कर दिया है।
गौरतलब है कि विजय सूर्यवंशी व रोहित कमलाकर आपस में दोनों दोस्त थे। लेकिन दोनों के बीच बाहर किसी काम में जाने के सिलसिले में दोनों के बीच विवाद हो गया और विजय ने रोहित को जान से मारने की धमकी दिया था। दोनों के बीच बीते तीन चार माह से कड़ी दुश्मनी हो गई थी। इसका बदला लेने के लिए विजय ने रोहित को मारने की शाजिश रची थी। विजय ने रोगदा के देसी शराब दुकान से शराब लाया और रोहित की बेटी को शराब को दे दिया था। शराब में वह जहर मिला दिया था। रोहित की बेटी ने शराब की बोतल को घर में रख दिया था। इस दौरान रोहित पहले से बड़ी मात्रा में शराब पी चुका था। जिसके चलते शराब रखी रह गई। इस दौरान मेहमान नवाजी के लिए अपने ससुराल आए किरण कुमार सूर्यवंशी पड़ोस की महिला ललिता सूर्यवंशी के घर गया। ललिता ने मेहमान का स्वागत शराब से करने के लिए १०० रुपए देकर अपने भतीजे देवेंद्र को शराब लेने के लिए भेजी। देवेंद्र शराब लेने के लिए रोहित के घर गया, क्योंकि रोहित के घर अक्सर शराब रखी होती थी। जिसे लेकर ललिता बाई ने किरण सूर्यवंशी के साथ बैठकर पीए। शराब पीने के बाद दोनों की तबीयत खराब होने लगी। दोनों को इलाज के लिए अस्पताल लेकर गए, लेकिन दोनों की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अलर्ट हो गई और पूरे मामले के लिए मुखबिर लगाए। आखिरकार राज का खुलासा हो गया। पुलिस ने आरोपी विजय सूर्यवंशी को धारा ३०४, ३२८ के तहत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेज दिया है।
ऐसे लगा सुराग
एएसपी अनिल सोनी एवं एसडीओपी अर्चना झा ने प्रेस कांफे्रस में बताया कि पुलिस सबसे पहले रोहित कमलाकर के घर गई। क्योंकि उसी के घर में शराब रखी थी। यह शराब विजय ने दिए थे। पूछताछ के दौरान रोहित ने बताया कि विजय सूर्यवंशी के साथ उसकी पुरानी दुश्मनी थी। दुश्मनी का बदला लेने के लिए वह शराब में जहर मिलाकर मेरे घर पहुंचाया था। इत्तेफाक से यह शराब ललिता ने मंगा लिए और किरण के साथ मिलकर पी गए। आखिरकार दोनों की मौत हो गई।
हत्या के आरोप में पहले भी जा चुका जेल
दो लोगों की मौत का जिम्मेदार विजय सूर्यवंशी पहले भी हत्या के आरोप में जेल जा चुका है। यह घटना सारागांव की है। दरअसल, विजय ने अपने एक मित्र की हत्या कर दी थी। इसके बाद वह ९ माह तक जेल में था। किसी कारणवश वह जेल से छूट गया। जेल से छूटने के बाद वह फिर इन्हीं हरकतों में शामिल हो गया। पुलिस ने बताया कि विजय बहुत ही शातिर किस्म का आरोपी है। पूछताछ के दौरान वह पुलिस को बहुत ही गुमराह किया। काफी देर बाद वह अपना जुर्म स्वीकार किया।
Published on:
02 Sept 2023 09:16 pm
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