
जांजगीर-चांपा. जमीन के सीमांकन तथा नक्शा बटांकन मामले में लंबे समय से तहसील आफिस का चक्कर काट रहा दिव्यांग मंगलवार को कलेक्टोरेट में आत्मदाह करने पेट्रोल लेकर पहुंच गया। वह अपने उपर पेट्रोल छिड़ककर खुदकुशी करना चाह रहा था, लेकिन पुलिस ने ऐसा करने से पहले अपनी गिरफ्त में ले लिया। इसके कारण उसकी मंशा पूरी नहीं हो पाई।
दरअसल अकलतरा क्षेत्र का दर्रीटांड़ निवासी दिव्यांग धन्नू नायक जमीन संबंधित विवाद से परेशान था। वह सालों से जमीन विवाद के चलते तहसील आफिस का चक्कर काटते थक चुका था। इसके बाद भी उसकी जमीन संबंधित विवाद सुलझ नहीं पाया, जिसके चलते वह कलेक्टोरेट में खुदकुशी करना चाह रहा था।
अकलतरा क्षेत्र के दर्रीटांड़ निवासी धन्नू नायक ने साल भर पहले अकलतरा के तहसीलदार के समक्ष अपने जमीन खसरा नंबर 263/3 का सीमांकन कराने के साथ नक्शा बटांकन करने आवेदन किया था। उसने बताया था कि उक्त जमीन पर गांव के ही मनोज मनहरण द्वारा खंभा गड़ाकर घेरा कर लिया है। आवेदकों के द्वारा किए गए कब्जा को हटाने के मामले में अकलतरा तहसीलदार द्वारा कोई निर्णय नहीं लिए जाने के चलते धन्नू नायक ने ग्राम मधुवा में आयोजित जिला स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर में आत्मदाह करने के लिए कलेक्टर को सूचना दी थी।
सूचना देने के बाद भी प्रशासन की आंख नहीं खुली। जिससे क्षुब्ध होकर धन्नू नायक मंगलवार को पेट्रोल लेकर कलेक्टोरेट पहुंचा और अपने उपर मिट्टी तेल छिड़कने की योजना बना रहा था। तभी पुलिस ने उसे पकड़ लिया। उसे थाना ले जाया गया और पुलिस ने उसका बयान दर्ज कर उसे छोड़ दिया। उसकी समस्या जस की तस बनी हुई है।
जितनी की जमीन नहीं उतने का पेशी में खर्च
धन्नू नायक ने बताया कि जितनी की जमीन उसके पास नहीं है उससे अधिक वह कोर्ट कचहरी में पेशी में खर्च कर चुका है। पेशी लड़ते-लड़ते वह बर्बाद हो चुका है। उसकी कहना है कि जिस जमीन के लिए वह पेशी के चक्कर में लाखों खर्च कर चुका वह जमीन मुझे मिल ही नहीं रही तो अब मेरे जीने का कोई मतलब ही नहीं है। प्रशासन जब मेरे जमीन संबंधित विवाद ही नहीं सुलझा पा रहा है तो मुझे प्रशासन के सामने मर जाना ही अच्छा रहेगा।
पहले भी हो चुकी एक की मौत
चार माह पहले कुरदा का भी एक व्यक्ति सूदखोरी की समस्या से परेशान था और कलेक्टोरेट के जनदर्शन में कीटनाशक दवा खाकर पहुंच गया। उसे गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई। यह हमामला बेहद तूल पकड़ा था। लगातार एक माह तक राजनीति होती रही, लेकिन पीडि़त के परिजनों को अब तक न्याय नहीं मिला।
अकलतरा क्षेत्र के दर्रीटांड़ निवासी धन्नू नायक मंगलवार की सुबह अपने साथ पेट्रोल लेकर कलेक्टोरेट में खुदकुशी करने आया था। उसे अपने कब्जे में लेकर पूछताछ कर रहे हैं- बीएस खूंटिया, टीआई कोतवाली
Published on:
12 Dec 2017 04:38 pm
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