25 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

इस बार जीतना है चुनाव तो सवा लाख नए मतदाताओं को होगा रिझाना, पढि़ए पूरी खबर

पांच साल में बढ़े सवा लाख नए मतदाता

2 min read
Google source verification
पांच साल में बढ़े सवा लाख नए मतदाता

पांच साल में बढ़े सवा लाख नए मतदाता

जांजगीर-चांपा. आने वाले विधानसभा चुनाव में जिले के छह विधानसभा में नेताओं को सवा लाख नए मतदाताओं को रिझाना पड़ेगा। हालांकि इनमें 10 फीसदी मतदाता दीगर जिले से आए हैं या फिर शादी होकर नई बहुएं आई हैं। शेष 90 फीसदी मतदाता 18 की उम्र की दहलीज पार कर चुनावी समर में भाग लेंगे। जिन्हें नेताओं की ताशीर को समझकर वोट करना पड़ेगा। जिला निर्वाचन कार्यालय ने चुनाव के मद्देनजर इन सभी मतदाताओं की लिस्ट तैयार कर ली है।

जो चुनावी समर में नेताओं की किश्मत बनाएंगे या बिगाड़ेंगे। वर्ष 2013 के विधानसभा में जहां 11 लाख 16 हजार 74 वोटर्स थे, तो वहीं वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में 12 लाख 38 हजार 613 वोटर्स मैदान में प्रत्याशियों की तकदीर बदलने के लिए बेकरार हैं। जिसमें एक लाख 22 हजार 539 नए मतदाता शामिल हैं।


विधानसभा चुनाव 2018 की बिगुल बज चुकी है। प्रत्याशी मतदाताओं को रिझाने के लिए अभी से कमर कसना शुरू कर दिए हैं। इनमें बड़ी पार्टियों के नेताओं की तैयारी तो कम दिखाई दे रही है लेकिन जो पहली बार चुनावी समर में किश्मत आजमाने के लिए उतरने वाले हैं वो कुछ ज्यादा सक्रिय नजर आ रहे हैं।

Read more : जागिए थानेदार साहब... एक महीने में हो गई पांचवी चोरी और अपराधी घूम रहे खुलेआम

इनमें ऐसे कई प्रत्याशी ऐसे हैं जिनकी टिकट गर्त में है और वे अपनी टिकट पक्की मानकर चुनावी तैयारी शुरू कर दी है। ऐसे प्रत्याशियों को एक लाख 22 हजार नए मतदाताओं को भी रिझाने की जिम्मेदारी उनके कंधों में है। जैसे -जैसे देश की जनसंख्या बढ़ रही है वैसे -वैसे मतदाताओं की संख्या में भी बढ़ोतरी रही है।

जिले में पांच साल के भीतर आबादी जहां दो से ढाई लाख बढ़ गई है उसी हिसाब से मतदाताओं की संख्या में भी सवा लाख का इजाफा हुआ है। वर्ष 2013 के विधानसभा में जिले में 11 लाख 16 हजार 74 वोटर्स थे, तो वहीं वर्ष 2018 के चुनाव में 12 लाख 38 हजार 613 वोटर्स मैदान में प्रत्याशियों की तकदीर बदलने के लिए बेकरार हैं। जिसमें एक लाख 22 हजार 539 नए मतदाता शामिल हैं।


संक्षिप्त पुनरीक्षण में शामिल हुए 60 हजार मतदाता
विधानसभा चुनाव के पहले शासन ने 31 जुलाई से 7 सितंबर तक संक्षिप्त पुनरीक्षण का कार्य किया। जिसमें 60 हजार मतदाओं ने या तो अपना स्थान बदला, नाम जुड़वाया, नाम कटवाया या फिर त्रुटिसुधार प्रक्रिया में भाग लिया। इस प्रक्रिया में 37558 मतदाताओं ने नाम जुड़वाया, 12593 मतदाताओं ने नाम विलोपित करवाया, 7311 ने नाम पिता का नाम जैसे तकनीति खामियों में त्रुटि सुधार कराया है। वहीं 2922 मतदाताओं ने एक ही विधानसभा के अंदर अपना नाम कटवाकर दूसरे पोलिंग बूथ में नाम जुड़वाया है। इस तरह 60 हजार 384 मतदाताओं ने संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्य में शामिल हुए हैं।


कुल मतदान केंद्र
विधानसभा क्षेत्र मतदान केंद्र
अकलतरा- 233
जांजगीर-चांपा- 218
सक्ती- 230
चंद्रपुर- 256
जैजैपुर- 258
पामगढ़- 211
महायोग- 1406