
बिना बैच नंबर व मैन्युफेक्चिरिंग डेट के बगैर बेखौफ चल रहा पानी का कारोबार
जांजगीर-चांपा. क्योंकि पिछले दो सालों से बाजार में बिक रहे इन पाऊच और बॉटल के पानी की शुद्धता की जांच नहीं हो पाई है। इधर गर्मी आते ही इसकी डिमांड कई गुना बढ़ गई है। लोग भी चंद मिनट में गला तर करने के नाम पर बिना जांच-परखे इसका उपयोग कर रहे हैं। कम से कम दाम पर ये पानी पाउच व बोतलें जगह-जगह बिक रही है। रोजाना हजारों बैग बिकने वाले पानी पाउच की शुद्धता से भी लोग अनजान हैं। बावजूद इसका रोजमर्रा के उपयोग के लिए लोग खूब खरीदी कर रहे हंै। दुकान से लेकर आफिस, घरों व शादियों सहित अन्य समारोहों में आरओ वाटर जार का ही इस्तेमाल हो रहा है, लेकिन इसकी शुद्धता को लेकर किसी के पास कोई जानकारी नहीं है।
पड़ोसी जिले का माल भी यहां खप रहा
मिली जानकारी के अनुसार जिले में आधा दर्जन के करीब पैकेजिंग ड्रिङ्क्षकग वॉटर प्लांट है। शहर से लेकर गांवों तक इन पानी की सप्लाई होती है। इतना ही नहीं पड़ोसी जिलों का भी माल यहां जिले के शहर से देहातों में धड़ल्ले से खप रहा है। पानी का यह धंधा रोजना लाखों रुपए का है। फिल्टर प्लांट में जरुरी मानक के पालन को लेकर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं। प्लांटों में पानी का सोर्स ट्यूबवेल ही है। ऐसे में इस पानी को आरओ के नाम पर किस हद तक उपचारित किया जा रहा है यह बड़ा सवाल है।
दो साल पहले उजागर हो चुकी है गड़बड़ी
बता दें, दो साल पहले अकलतरा क्षेत्र के एक फिल्टर प्लांट में इसी तरह मिस ब्रॉंड पानी बेचने का मामला सामने आ चुका है। जिसमें न तो बैच नंबर लिखा हुआ था और न ही उत्पादन तिथि अंकित थी। ऐसे में फूड एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने कार्रवाई भी की थी और एडीएम कोर्ट से जुर्माना भी लगाया गया था। ऐसे में दो सालों से विभाग द्वारा जांच और सैंपलिंग नहीं होने से पानी की शुद्धता पर प्रश्न चिन्ह लगा हुआ है।
बर्फ फैक्ट्री से मांगी टेस्ट रिपोर्ट
इधर गर्मी आते ही आइसक्रीम, कुल्फी और ठंड पेय पदार्थों की बिक्री बढ़ गई है। करीब डेढ़ माह पूर्व सक्ती क्षेत्र से लिए गए कुल्फी का एक सैंपल भी फेल हो चुका है। जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी डीके देवांगन के मुताबिक गर्मी को देखते हुए बर्फ फैक्ट्री से पूर्व से ही बर्फ बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले पानी का टेस्ट रिपोर्ट मंगाए थे। उनके अधिकार क्षेत्र में आधा दर्जन के करीब बर्फ फैक्ट्री संचालित हैं जिसमें से चार से पांच फैक्ट्री संचालकों ने रिपोर्ट जमा कर दी है।
डब्ल्यूएचओ का निर्धारित मापदंड
फ्लोराइड की मात्रा 0.5 से 1.5 मिली
घुलनशील लवण 500 से 1500 मिली
नाइट्रेट की मात्रा 0 से 45 मिली
क्लोराइड की मात्रा 10 से 500 मिली
पीएचपीए की मात्रा 6.5 से 8
Published on:
30 Mar 2022 09:15 pm
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