
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुदकुशी साबित
जांजगीर-चांपा. अकलतरा में युवा कांग्रेस नेता निखिल कौशिक की पत्नी चेतना कौशिक (29) की खुदकुशी मामले की फाइल ठंडे बस्ते में चली गई है। महिला के मायके पक्ष वालों ने मामले को हत्या करार देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुदकुशी साबित हुआ।
इसके बाद पुलिस को दोनों पक्षों के बयान का इंतजार था। मामले को 13 दिन बीत जाने के बाद पुलिस परिजनों का बयान दर्ज नहीं कर पाई है। वहीं अकलतरा पुलिस का कहना है कि मृतका के मायके पक्ष वालों को बयान के लिए बुलाया गया है, लेकिन वे आ नहीं रहे हैं। इस कारण मामला पेंडिंग में पड़ा है। पुलिस का यह भी कहना है कि जब तक मृतका के मायके पक्ष के लोगों द्वारा अधिकृत बयान नहीं मिलता तब तक जांच की कार्रवाई आगे नहीं बढ़ पाएगी।
गौरतलब है कि बलौदा ब्लाक यूथ कांगे्रस के पूर्व अध्यक्ष व राइस मिलर्स निखिल कौशिक की पत्नी चेतना (29) ने 14 सितंबर की दोपहर ढाई बजे अपने घर में फांसी लगा ली थी। महिला का फांसी लगने का कारण पति से लगातार विवाद होना और उसके द्वारा प्रताडऩा बताया गया था। मृतका के परिजनों का आरोप था कि चेतना की हत्या कर फांसी के फंदे में लटकाई गई है और उसे फांसी का रूप दिया जा रहा है। इसके चलते परिजन हंगामा कर रहे थे। परिजन चाह रहे थे कि पोस्टमार्टम के दौरान पुलिस व डॉक्टर दबाव में आकर रिपोर्ट में गड़बड़ी कर सकते हैं।
अकलतरा तहसीलदार हरदयाल ठाकुर और बीएमओ अकलतरा के अलावा जांजगीर से गई दो डॉक्टरों की टीम मिलाकर चार डॉक्टरों द्वारा पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में 'हैंगिंग' यानी खुदकुशी का मामला सामने आया। इसके बाद पुलिस ने दोनों पक्षों को बयान के लिए नोटिस दिया था, लेकिन आज तक दोनों परिवार वालों ने अब तक थाने में अपना बयान दर्ज नहीं कराया है। कल तक मृतका के परिजन अपनी बेटी की हत्या का आरोप लगा रहे थे, उन्होंने भी पुलिस को अपना बयान दर्ज नहीं कराया है। इसके चलते मामला ठंडे बस्ते में जाते दिखाई दे रहा है।
-मृतका की खुदकुशी मामले की जांच को आगे बढ़ाने के लिए दोनों पक्ष वालों को नोटिस देकर बयान देने के लिए थाना बुलाया गया है। इसके बाद भी कोई पक्ष बयान देने सामने नहीं आ रहा है। उन्हें फिर रिमाइंडर भेजा जाएगा। ताकि जांच की फाइल आगे बढ़ाई जा सके।
-परिवेश तिवारी, टीआई अकलतरा
-मां की तबीयत खराब होने के कारण उसके इलाज में व्यस्त हो गए थे। वहीं दशगात्र का काम था, इस कारण पुलिसिया जांच में सहयोग नहीं कर पाए थे। अब बहुत जल्द थाने जाएंगे और पुलिस के समक्ष बयान देंगे। ताकि हमारी बहन को उचित न्याय मिल सके।
-दिग्विजय कौशिक, मृतका का भाई
Published on:
26 Sept 2018 06:44 pm
बड़ी खबरें
View Allजांजगीर चंपा
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
