23 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

थानो में मुसाफिरों की आवक-जावक ना रखने से शांत क्षेत्र में अपराध की आशंका

फेरी लगाकर सामान बेचने के नाम पर बड़ी संख्या में शहर में बाहर से आकर बसे लोग

2 min read
Google source verification
People came from other states in the name of ferry.

फेरी के नाम पर दूसरे राज्यों से आए लोग।

पत्थलगांव. शहर में प्रतिरोज दूसरे राज्यों के सैकड़ो मुसाफिरो की आमद हो रही है, ऐसे मे आस-पास के शांत परिक्षेत्र में अशांति फैलने का खतरा मंडराने लगा है। बाहर के लोग यहां व्यवसाय के नाम पर घुसपैठ कर रहे हैं, कुछ दिनो बाद ये यहां के स्थाई निवासी बन जाते है। शहर के लोगों की शिकायत है कि राजनीति पार्टी से जुडे लोगों के द्वारा वोट पाने के चलते जल्द ही उन्हे राशन कार्ड एवं यहां के सरकारी मेहमान की लिस्ट में नाम जुड़वा दिया जाता है, ऐसे मे यहां अपराधों के बढऩे की आशंका बढ़ चुकी है। पिछले दिनो लवजिहाद जैसे मामले को लेकर पूरे जिले के लोगों की शांति भंग हो चुकी है, पर उसके बाद भी बाहर से आने वाले मुसाफिरों की घुसपैठ पर शासन प्रशासन रोक नहीं लगा पा रहा। थाना के रोजनामचे में इंट्री ना होने के कारण ये कब यहां आकर हमेंशा के लिए यही के निवासी बनकर धंधो की आड़ में अपराधों को भी अंजाम देना शुरू कर देते हंै।

विधवा महिला की बेटी तीन महीनों से गायब : जानकारी के अनुसार बिलाईटंागर की रहने वाली एक विधवा महिला की लडक़ी पिछले तीन महिने से घर से गायब है, विधवा महिला ने अपनी पुत्री के गायब होने की शिकायत स्थानीय थाने में दर्ज कराई, पर थाना से उसे अब तक न्याय नहीं मिल पाया। विधवा महिला ने अपने मन की बात मीडिया से साझा की, उसने बताया कि दूसरे राज्य से यहां आकर फॉल्स सीलिंग का काम करने वाले एक मुस्लिम युवक ने उसकी लडक़ी को भगाया है। वह अपनी आशंका को पुलिस के समक्ष भी बता चुकी है, पर अब तक इस दिशा में कोई नतीजा नहीं निकला है। जशपुर मे घटित लव जिहाद के मामले की आग अभी ठंडी नहीं हुई है, उसके बाद बाहर से आए युवक द्वारा शहर की युवती को लंबे समय से अपने साथ भगाकर ले जाने की घटना के बाद एक बार पुन: यहा माहौल गर्म होता दिखायी दे रहा है। ऐसे मे शासन प्रशासन को बाहर से आकर यहा रोजगार करने एवं रोजगार की आड मे कानून को अपने हाथ मे लेने वाले लोगो की सूची एवं उनकी मुसाफिरी दर्ज करने पर ध्यान देने की आवश्यकता है।

राशन कार्ड एवं मीटर के बन रहे मालिक : लोगों का कहना है कि दूसरे राज्यों से यहां आकर रोजगार ढूंढने वाले लोग बड़ी ही आसानी से यहां के सरकारी मेहमान बन जाते हैं। वोट बैंक की राजनीति करने वाले लोग ऐसे अपराधी किस्म के बेरोजगारों को जल्द ही नगर पंचायत से राशन कार्ड एवं विद्युत विभाग से उनके घर या ठेले गुमटियों मे बिजली का मीटर भी लगवा देते हैं, जिससे ये लोग रातों रात शहर में आकर यहीं के वर्षो पुराने निवासी का तमगा अपने सीने पर लगाये घूमते हैं। ऐसे लोग मौका पाते ही छोटे बड़े अपराधंो को घटित कर रातों रात यहां से अपने ठिकानो की ओर निकल लेते हैं।