जशपुर से झारखंड राज्य की सीमा लगा होने की वजह से यहां अत्यधिक मात्रा में वहां से धान की अवैध खेप यहां खपाई जाती है और इसे बिचौलिया मंडी में पहुंचाकर समर्थन मूल्य में बेचकर लाखों की कमाई करता है। इसलिए झारखंड का एक दाना धान भी छत्तीसगढ़ न पहुंचे इसके लिए प्रशासनिक कसावट रखी जा रही है। जिले के बॉर्डर के इलाके के चप्पे-चप्पे पर राजस्व अधिकारियों की नजर है।
जिलेभर में दूसरे प्रांतों से धान आने की संभावनाओं को देखते हुए जशपुर जिले के ओडिशा और झारखंड से लगने वाले सीमावर्ती क्षेत्रों में 12 चेक पोस्ट बनाए गए हैं। वहीं शनिवार को पांच नए चेक पोस्ट भी बनाए गए हैं।
धान खरीदने पर हो रही कार्रवाई से प्रभावित धान का व्यापार करने वाले व्यापारी अपने संगठन व्यापार संघ के अध्यक्ष दिलीप डींपल जैन की उपस्थिति में बुधवार को कलक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर से मुलाकात की और इस संबंध में अपनी बातें उनके सामने रखी। डिंपल जैन ने बताया कि कलक्टर से मुलाकात के बाद उन्होंने व्यापार संघ से कहा कि आप झारखंड का धान नहीं खरीदें और आप जो भी धान खरीद रहे हैं उनका मंडी शुल्क जरूर चुकाएं और रसीद कटाएं। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि व्यापार संघ को कुछ समस्या हो रही है उस पर विचार किया जाएगा।
निलेश कुमार क्षीरसागर, कलेक्टर जशपुर
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