उन्हें जर्जर और खंडहर हो चुके खपरैल भवन में शिक्षा लेनी पड़ रही है। वहीं एनईएस कॉलेज की बदहाली को दूर करने के लिए केंद्र सरकार की राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षण मिशन के तहत अतिक्ति क्लासरूम बनाने की स्वीकृति देते हुए 1.40 करोड़ रुपए का निर्माण कार्य बीते वर्ष गर्मी के दौरान ही शुरू कराया गया, और उसे दिसंबर में पूरा करने की मियाद भी तय की गई, लेकिन मियाद पूरी होने के 6 महीने बीत जाने के बाद भी गरीब विद्यार्थियों के लिए बनाया जा रहा, अतिरिक्त क्लासरूम अधूरा पड़ा है। जिले में केंद्र की योजना का भी हाल बेहाल है।