ग्रामीणों ने बताया कि चकबन्दी में जो भी आबादी, ग्राम सभा, खलिहान या सार्वजनिक जमीने निकाली जा रही है उसे जानबूझ कर प्रभावी लोगों द्वारा रूपया देकर अपने चकों के बीच बैठवा दिया गया है। चकबन्दी बिना स्थलीय निरीक्षण जौनपुर शहर में बैठकर मोटी धनराशि लेकर ग्राम प्रधान की मिली भगत से नियमों को ताक पर रखकर चक काटे जा रहे हैं।