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निषाद पार्टी ने किया लोक सभा उपचुनाव में उतरने का ऐलान, बदलेंगे समीकरण

निषाद पार्टी ने अपनी मांगाों के समर्थन में सोमवार को जूलूस निकालकर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया।

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निषाद पार्टी

जौनपुर. निषाद पार्टी ने अपनी मांगाों के समर्थन में सोमवार को जूलूस निकालकर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। सभा को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष दूधनाथ निषाद ने कहा कि, देश को आजाद कराने वाले वचिंत लोगों की संख्या 60 प्रतिशत है। लोक सभा उपचुनाव में पार्टी भाग लेगी। भाजपा को चेतावनी देते हुए कहा कि राम का नाम लेती है। लेकिन निषाद राज का नाम नहीं लेती। उन्होंने कहा कि, समाज के लोग शिक्षित बने, आडम्बर से दूर रहे।

कहा कि उत्तर प्रदेश में 60 सीटों पर 30 सीट निषाद बाहुल्य है। जिसपर पांच लाख वोट निषादों का है। वंचित समाज को लेकर 6 लाख तक वोट है। पार्टी ने बीते चुनाव में महिलाओं और निषादों उतारा गया था, उसी प्रकार 2019 के चुनाव में हिस्सेदारी मिलेगी। कई राज्यों में पार्टी का गठन हो चुका है। जो पार्टी मछुआरों का सामाजिक मुद्दा हल करने व उनको हिस्सेदारी देगी उनसे समझौता करने से परहेज नहीं किया जायेगा। अवधेश बहादुर, अरविन्द निषाद, पुष्पा, दिवाकर, संदीप, साहब लाल, प्रमोद सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
फोटो 03- कलेक्ट्रेट में धरना देते निषाद पार्टी के कार्यकर्ता।

ईट निर्माता समिति ने दिया धरना


जिला ईट निर्माता समिति ने अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर सोमवार को जिला मुख्यालय पर धरना दिया तथा मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौपा। महामंत्री अनिल कुमार सिंह ने कहा कि मूल्य कर सवंर्धित कर प्रणाली लागू होने पर प्रारंभ में विभाग द्वारा ईट भट्ठों पर समाधान योजना लागू न करने पर ईट उद्योग से प्राप्त होने वाला राजस्व आधा हो गया। विभाग द्वारा किये गये प्राविजनल कर निर्धारण आदेशों से अपीलीय आदेशों की संख्या अधिक हो गयी। वैट कर प्रणाली लागू होने पर फिर समाधान योजना लागू करने का निर्णय लिया गया जिसमें प्राविजन कर निर्धारण आदेशों से अपीलीय वाद न के बराबर रह जाते हैं।

जिससे सरकारी अधिकारियों का समय, ऊर्जा और वित्तीय संसाधानों की बचत होती है। समाधान योजना के तहत जाम किया जाने वाला कर ग्राहक से नहीं वसूला जाता। ईट निर्माता सीधे ग्राहकांें को ईटों की बिक्री करता है, इसमें कोई विचैलियां नहीं होता। उन्होने कहा कि जीएसटी के तहत 75 लाख तक के टर्न ओवर पर स्वतः समाधान योजना प्रभावी रहने का प्राविधान किया गया है। अन्य वक्ताओं ने कहा कि फलाई ऐश ब्रिक्स से हानिकारक किरणों का विकीरण होता है जिससे इससे निर्मित आवासों में रहने वाले लोगों को अस्थमा टीबी व अन्य कई प्रकार की चर्मरोग की चपेट में आना अवश्यभांवी है। उद्यमियों का विभागीय उत्पीड़न से बचाव किया जाना जरूरी है। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह सहित दर्जनों ईट भट्ठा मालिक मौजूद रहे।

input- जावेद अहमद