झाबुआ. जिले के अधिकांश संकुल व स्कूलो में पूर्व से फर्नीचर होने के बाद नई की खरीदी की गई है। नए फर्नीचर का उपयोग के लिए रख लिया है। जबकि पुराने फर्नीचर बिना उपयोग किए पड़े-पड़े कबाड़ हो रहे हैं। ग्राम बड़ा सेमलिया संकुल में पहले से फर्नीचर हैं। जिन्हें यहां के खंडहर हो चुके भवन के अंदर रखकर ताला लगा दिया गया है। नए फर्नीचर बिना उपयोग किए ही पड़े जंग खा रहे हैं। यहां के स्टॉफ ने बताया कि पहले के फर्नीचर कम थे। इसलिए नए फर्नीचर के बारे में मांग पत्र दे दिए। जितने फर्नीचर कम पड़ रहे थे। उतने ही क्यों नहीं मंगवाए पूछने पर बताया कि यहां बच्चों की संख्या बढ़ती जा रही है। बच्चे आते जा रहे हैं तो फर्नीचर कक्षों में बढ़ाते जा रहे हैं। स्कूलों में विद्यार्थियों का प्रवेश अगस्त तक हुआ है। इसके बाद से बच्चे कहां से बढ़ते जा रहे हैं ये बात समझ से परे है।