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पंखिड़ा तू उड़ी ने जाजे पावागढ़ रे, तू काली रे कल्याणी रे मां के भजन पर गरबा की धूम

रतलाम के आर्केस्ट्रा द्वारा प्रतिदिन एक से बढ़ कर एक गरबों की प्रस्तुति दी जा रही हैं

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पंखिड़ा तू उड़ी ने जाजे पावागढ़ रे, तू काली रे कल्याणी रे मां के भजन पर गरबा की धूम

पंखिड़ा तू उड़ी ने जाजे पावागढ़ रे, तू काली रे कल्याणी रे मां के भजन पर गरबा की धूम

बामनिया. नगर के अम्बिका माता मंदिर एवं श्रीराम मंदिर पर के गरबा पंडालों में जबरदस्त भीड़ देखी गई। पंखिड़ा तू उड़ी ने जाजे पावागढ़ रे, तू और काली रे कल्याणी रे मांरंग-बिरंगे परिधानों में थिरकते युवक-युवतियों को देखना काफ ी मनमोहक लगता है। गरबे की शुरूआत बच्चों से होती है।

अम्बिका माता मंदिर पर नवयुवक नवदुर्गा महोत्सव के तत्वावधान में आकर्षक गरबा हो रहे है। अम्बिका चौक पर गरबा रास में स्पष्ट रूप से गुजराती रंग छाया हुआ नजर आ रहा है। यहां रतलाम के आर्केस्ट्रा द्वारा प्रतिदिन एक से बढ़ कर एक गरबों की प्रस्तुति दी जा रही हैं। यहां दो ताली गरबा एवं तीन ताली गरबा, पारम्परिक डांडिया, डांडिया रास का भरपूर आनंद लिया जाता है। महिलाओं द्वारा नित ड्रेस कोड दिया जाता है। उसी थीम पर पारम्परिक परिवेश में गरबा रास किया जाता है। गुरुवार रात महाराष्ट्र की थीम पर महिलाएं साड़ी तथा बालिकाएं कुर्ता पायजामा और सिर पर सफेद टोपी पहने गरबा नृत्य कर रही थी। श्रीराम मंदिर पंडाल पर भी गरबा रास करने वालों की अच्छी भीड़ रही। आर्केस्ट्रा द्वारा प्रस्तुत किए जा रहे गरबा गीतों पर युवक-युवतियाँ काफी उत्साहित होकर गरबा रास कर रही थीं। प्रतिदिन माताजी एवं भेरूजी का आकर्षक श्रंृगार किया जा रहा है।

गरबा पंडालों में मां अम्बे की आराधना
थांदला. नगर में नवरात्रि महोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। मां अम्बे की आराधना की जा रही है। गरबों का रंग भी सभी पंडालों में जमने लगा है। काशी विश्वनाथ मंदिर में सुबह-शाम महाआरती की जा रही है। यहां आर्केस्ट्रा की धुन पर देर रात महिलाओं एवं युवतियों द्वारा गरबे खेले जा रहे हैं। काशी विश्वनाथ मंदिर पर बने शेड में बारिश होने के बावजूद भी गरबें देर रात तक हो रहे हैं। नागणेचा माता मंदिर, देवीगढ़ मेंं स्वयं भू माता मंदिर सहित कई देवी स्थानों पर नौ दिवसीय अनुष्ठान किए जा रहे हैं।