-47 महिला पुरुष के साथ 71 बच्चे भर्ती
जिले के प्रसिद्ध चन्द्रभागा मेले में जाने वाले लोगों को उल्टी-दस्त होने के बाद इसका पता लगाने के लिए चिकित्सा विभाग अलर्ट हो गया है। चिकित्सा विभाग ने बीमारी का पता लगाने के लिए पूरे जिले में 409 टीमों का गठन किया है। जो शहरी सहित ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे कर उल्टी-दस्त की वजह तलाशेगी। राजकीय मेडिकल कॉलेज से जुड़े एसआरजी चिकित्सालय व जनाना चिकित्सालय में उल्टी-दस्त से पीडि़त अभी तक करीब 118 मरीज भर्ती हो चुके हैं। भर्ती मरीजों में 71 बच्चे तथा 47 महिला-पुरुष मरीज है। भर्ती मरीजों में सबसे ज्यादा संख्या झालावाड़ जिले के मरीजों की है। जिले के प्रसिद्ध चन्द्रभागा कार्तिक मेले में संभवत: दूषित पानी या किसी भोज्य पदार्थ की वजह से लोग फूड पॉइजन के शिकार हुए है। जिले में लगातार बढ रहे उल्टी दस्त के मरीजों की संख्या में इजाफा होने से चिकित्सा विभाग भी अलर्ट मोड पर है। जिले में एसआरजी चिकित्सालय व जनाना के मिलाकर करीब 118 मरीज भर्ती है,
तीन जिले के मरीज भर्ती-
झालावाड़ – 47 वयस्क, 71 बच्चे
कोटा- 1 वयस्क, 1 बच्चा
बारां- 2 वयस्क, 1 बच्चा
– 5 बच्चे आईसीयू में भर्ती है, लेकिन स्थिति ठीक है।
मेले में करवा रहे मुनादी-
चन्द्रभागा मेले में चिकित्सा विभाग की टीमें नियमित रुप से मॉनिटरिंग कर रही है। वहीं विभाग द्वारा हर दो घंटे में मुनादी करवाई जा रही है। जिसमें बताया जा रहा है कि ्रखाद्य पदार्थों को ढ़ककर रखें। साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें। खाद्य पदार्थों का धूल-मिट्टी से बचाव रखे। पानी को उबालकर ठंडा होने के बाद पीएं।
इतने लिए सैंपल-
मेले में लगी दुकानों से खाद्य पदार्थ के 4 व पानी के 10 सैंपल लिए गए है। चिकित्सा विभाग उल्टी-दस्त के स्त्रोत की तलाश में जुटा हुआ है। वहीं जिस क्षेत्र में ज्यादा मरीज है उस क्षेत्र में बच्चों के परिजनों व बच्चों से पूछताछ की जा रही है, कि उन्होने मेले में क्या खाया-पीया था।
इतनी टीमों का किया गठन-
चिकित्सा विभाग ने मेले में फैले उल्टी-दस्त के मरीजों का पता लगाने के लिए सर्वे के लिए एएनएम, सीएचओ व आशा को मिलाकर कुल 409 टीमों को गठन किया गया है। जिसमें झालावाड़ में 9,झालरापाटन में 6 शेष टीमें ग्रामीण क्षेत्रों में काम करेंगी।
ये रखे सावधानी-
– स्वच्छता का ध्यान रखें
– शौच के बाद दो बार साबुन से हाथ धोएं
– खुले में शौच नहीं करें
– किसी को उल्टी-दस्त हो रहा है तो निकट के चिकित्सालय में दिखाएं।
– पर्याप्त व साफ पानी पीएं
ऐसे बताई पीड़ा-
मैं कार्तिक पूणिमा पर चन्द्रभागा मेले में गई थी, खाया तो कुछ भी नहीं है, लेकिन वहां पानी जरुर पीया था। बुधवार शाम पांच बजे से उल्टी-दस्त हो रहे हैं।
रीना, हाउसिंग बोर्ड,झालावाड़
02.मैं तीन-चार दिन पहले मेले में गई थी, वहां पानी पुरी खाई थी और तो कुछ नहीं खाया। कल से उल्टी-दस्त हो रही है व चक्कर आ रहे हैं।
अंजना नागर, झालरापाटन,
03. मैं पोते को लेकर आया हूं, ये बकानी शादी में गया था, लेकिन उससे पहले तो मेले में गया था, इसे उल्टी-दस्त हो रहे हैं, अब ठीक है।
दिनेश चन्द,झालरापाटन
04.मैं मेरे पोते अक्षय को लेकर आई हूं। हम चन्द्रभागा नदी में नहाने गए थे, इसने वहां तो कुछ भी नहीं खाया है। मैंने दोनों बच्चे के हाथ-मुंह धुलाएं थे। वहां इन्होने पानी जरुर पीया था।
संपत शर्मा, झालावाड़।
टीमों का गठन-
जिले में टीमों का गठन कर कहां से कैसे फुड पॉइजन के केस आए है, इसका पता करवाया जा रहा है। जिले में कहीं भी उल्टी-दस्त के मरीज सामने आते हैं, तो उनसे अपील है कि घर पर इलाज लेने की बजाए अपने निकटतम चिकित्सायल में दिखाएं। जिले में अभी तक 118 मरीज उल्टी-दस्त के सामने आए हैं।सभी ठीक है।
डॉ.जीएम सय्यद,सीएमएचओ,झालावाड़