बोहरा समाज ने मोहर्रम के अवसर पर 27 जून से 5 जुलाई तक नौ दिनों तक स्वेच्छा से व्यवसाय बंद रखने का लिया निर्णय, समाजजनों से इमाम हुसैन की शहादत के गम में पूर्णतः लीन रहने का किया आह्वान
झालावाड़। बोहरा समाज मोहर्रम के अवसर पर 27 जून से 5 जुलाई तक नौ दिनों तक स्वेच्छा से व्यवसाय बंद रखने का निर्णय लिया है। यह निर्णय समाज के धार्मिक प्रमुख सैय्यदना साहब के फरमान के तहत लिया गया है, जिसमें समाजजनों से इमाम हुसैन की शहादत के गम में पूर्णतः लीन रहने का आह्वान किया गया है। यह पूरी तरह स्वैच्छिक है, लेकिन समाजजनों ने फरमान को सिर आंखों पर लिया है।
समाज के सचिव युसुफ लपाट ने बताया कि मोहर्रम के इन नौ दिनों में न केवल दुकानें बंद रहेंगी, बल्कि अधिकांश समाजजन ऑनलाइन व्यवसाय, मोबाइल, वॉट्सएप, सोशल मीडिया आदि से भी जहां तक संभव हो, दूरी बनाए रखेंगे। यही नहीं कई बच्चे भी नौ दिन स्कूल नहीं जाएंगे।
व्यापारियों ने दुकानों पर सूचना पत्र चस्पा दिए हैं और मैसेज व पम्पलेट के ज़रिए ग्राहकों को पहले से ही सूचित किया जा रहा है कि मोहर्रम के दौरान दुकानें बंद रहेंगी। कई व्यापारियों ने अपने मोबाइल स्टेटस पर भी इस संबंध में संदेश साझा किए हैं।
धर्म की रक्षा के लिए इमाम हुसैन ने शहादत दी थी। उनकी शहादत के गम में मोहर्रम मनाया जाता है। सुबह वाज, प्रवचन, नमाज व सामूहिक भोजन कर दोपहर बाद आमतौर पर समाजजन व्यापार-व्यवसाय शुरू कर लेते है। शाम को फिर नमाज व मजलिस में जुटते है। इस बार सैय्यदना साहब ने मोहर्रम में पूरे समय शहादत के गम में मुब्तला रहने का फरमान दिया है।