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खुली नीलामी से खरीदेंगे टोकन वाले किसानों की जिन्स

गौण मंडी का शुभारंभ

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गौण मंडी का शुभारंभ,गौण मंडी का शुभारंभ

खानपुर. कस्बे के बंगाली बाबा मेला मैदान में जिले की पहली निजी गौण मंडी का शुभारंभ किया। इसका मंडी सचिव फूलचन्द मीणा, क्रय विक्रय सहकारी समिति प्रबन्धक अरुण कुमार गौतम व मंडी प्रभारी महेश कुमार गुप्ता द्वारा विधिवत शुभारंभ किया। राज्य सरकार द्वारा उपखंड क्षेत्र में खानपुर के अलावा सारोलाकलां, सोजपुर व सूमर में निजी गौण मंडी घोषित कर मंडी व्यापारियों द्वारा खुली नीलामी से जिन्सों की खरीद के आदेश जारी किए हंै।
मंडी सचिव ने बताया कि खानपुर व सारोलाकलां में क्रय-विक्रय सहकारी समिति द्वारा इसका संचालन किया जाएगा। जबकि सोजपुर व सूमर में स्थानीय ग्राम सेवा सहकारी समिति द्वारा संचालन किया जाएगा। इन गौण मंडियों में प्रतिदिन 1 बजे बिना टोकन के आने वाली सभी कृषि जिन्सों की नीलामी द्वारा खरीद की जाएगी। जबकि पहले से टोकन वाले किसानों की मंडी में नीलामी की जाएगी। खरीद से होने वाले टेेक्स का 60 प्रतिशत सहकारी समिति व 40 प्रतिशत मंडी समिति का होगा। इन गौण मण्डियों में सभी व्यापारियों द्वारा मंडी नियमों के तहत खरीद की जाएगी। प्रतिदिन किसानों को नगद भुगतान किया जाएगा। खानपुर में गौण मंडी में शुरूआत की गई है। कृषि विपणन विभाग के क्षेत्रीय संयुक्त निदेशक संजय व्यास ने बताया कि सरकार द्वारा कोटा संभाग में स्वीकृत सभी गौण मण्डियों में खरीद शुरू कराने का प्रयास किया जा रहा है।
8 हजार बोरी आवक
स्थानीय कृषि उपज मण्डी में करीब 8 हजार कृषि जिन्सों की आवक हुई। नीलामी के दौरान गेहूं 1650 से 1780, सरसों 3790 से 3830 तथा चना 3550 से 3740 रुपए क्विंटल बिका।


-किसानों को मिल रहा सही धाम
बकानी. गौण मंडी में तुलाई शुरू होने के साथ ही किसानों को अपनी उपज का सही दाम मिलना शुरू हो गया है। लॉक डाउन के चलते किसानों को फसलों को बाजार में बेचने की चिंता सताने लग गई थी। लेकिन जैसे ही गौण मंडी में तुलाई शुरू हुई वैसे ही किसानों के चहरे खिल गए। अभी गौण मंडी में धनिया की बंपर आवक हो रही है। वहीं दुसरी और सरकारी तोल केन्द्र पर गेहूं व सरसों की तुलाई भी हो रही हैं। पुलिस सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के निर्देश देती रही।


-ओर खरीद केन्द्र स्थापित की मांग
सारोलाकलां. मंडी में एक ओर खरीद केन्द्र बढ़ाने की मांग को लेकर भाजपा मंडल अध्यक्ष रामराज नागर की अगुवाई में एसडीएम के नाम नायब तहसीलदार पारसकुमार जैन को ज्ञापन को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि सारोला खरीद केन्द्र पर 11 ग्राम पंचायतों के गेहूं खरीद की गई है। यहां प्रतिदिन 500 क्विंटल गेहूं तुलाई की जाती है। इससे सभी किसानों का समय पर तौल नहीं हो पाएगा। खरीद केन्द्र की 500 क्विंटल से क्षमता बढ़ा कर 1000 क्विंटल प्रतिदिन करने और तारज, बरेडा व करनवास तीनों में एक जगह नया खरीद केन्द्र स्थापित करने की मांग की है। इस मौके पर विजय शंकर नागर,जिला उपाध्यक्ष जगदीश प्रसाद सुमन, भाजपा मंडल महामंत्री धनराज सेन, मनोज कुमार गौतम आदि मौजूद थे।
वहीं गौण मंडी परिसर स्थित स्ट्रीट लाईट बंद होने से परिसर में घूप अंधेरा पसरा है। व्यापारियों ने बताया कि इन दिनों परिसर में जिन्सों की जोरदार आवक हो रही है। खुल्ले में जिन्सें चोरी होने की आषंका रहती है।

विरोध के बाद शुरू नहीं हुआ खरीद केन्द्र
पिड़ावा/धरोनिया. कोरोना संक्रमण से भयभीत होकर धरोनिया में ग्रामीणों ने समर्थन मूल्य खरीद केंद्र शुरू करने का विरोध कर दिया। इसके चलते खरीद केंद्र शुरू नहीं हो सका।
सरकार के निर्देशों के बाद किसानों को राहत दिलाने के लिए स्थानीय प्रशासन ने पिड़ावा में जीरो मोबिलोटी के चलते स्थानीय कृषि उपज मंडी में शुरू होने वाले खरीद केंद्र को सोमवार से धरोनिया में शुरू करने का निर्णय लिया था। जिसके लिए पंचायत स्तर पर खरीद होनी थी। दो पंचायत के लिए एक दिन निर्धारित कर दिया था। जिसके लिए पटवारियों ने पंचायत स्तर पर गिरदावरी बनाकर टोकन जारी कर दिए गए थे। सोमवार को शेरपुर व धरोनिया ग्राम पंचायत के किसानों के गेहूं की तुलाई होनी थी। शेरपुर पंचायत के कई किसान सुबह 8 बजे से ही खरीद केंद्र पर पहुँच गए लेकिन धरोनिया के ग्रामीणों ने कोरोना वायरस के संक्रमण से डरकर उनके यहां खरीद केंद्र बनाने का विरोध कर दिया। लोगो ने खरीद केंद्र बनाने ही नही दिया।सूचना के बाद तहसीलदार लक्ष्मीनारायण प्रजापति मौके पर पहुंचे। जहां उन्होंने ग्रामीणों से समझाइश की लेकिन ग्रामीण खरीद केंद्र नहीं बनाने की अपनी मांग से ठस से मस नहीं हुए। जिसके बाद शेरपुर पंचायत के किसानों का गेहूं की रायपुर में तुलाई की गई।
वर्तमान में पिड़ावा कस्बे में कोरोना संक्रमण से पूरे ग्रामीण क्षेत्रो में भय का माहौल है।हर गांव में ग्रामीणों ने खुद ही अपने गांव की चौकीदारी शुरू कर रखी है। कोई दूसरे गांवो के लोगो को अपने गांव में आने नही दे रहे है।सोशल डिस्टेंसिंग का असर काफी नजऱ आ रहा है। लोग सतर्कता के नाम पर मनमर्जी भी कर रहे है।इसी का नतीजा क्षेत्र के किसानों को भुगतना पड़ा। बाज़ारो में जहाँ किसानों का गेहूं 14 से 16 सौ रुपए प्रति क्विंटल पर खरीदा जा रहा है। वही समर्थन मूल्य में किसानों का गेहूं 1925 की दर निर्धारित की गई है। लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग व कोरोना का खोफ किसानों पर भारी पड़ गया। धरोनिया के ग्रामीणों का कहना है था कि कोई भी दूसरे गांव के लोगो को अपने गांव में आने नही दे रहा है लेकिन हमारे गांव में क्षेत्र की 10 पंचायतों के अलग अलग लोग गेहूं बेचने आएंगे।ऐसे में गांव की सुरक्षा को खतरा पैदा हो सकता है।कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित आ गया तो पूरे गांव को परेशानी हो सकती है। इसके चलते धरोनिया में खरीद केंद्र शुरू करने का ग्रामीणों ने विरोध कर दिया।
-धरोनिया में समर्थन मूल्य खरीद केंद्र शुरू होना था। लेकिन ग्रामीणों ने केंद्र शुरू करने का विरोध कर दिया इसके बाद गेहूं रायपुर केंद्र पर तुलाई करवा दी है। खरीद केंद्र की अन्य व्यवस्था की जाएगी ।
लक्ष्मीनारायण प्रजापत, तहसीलदार, पिड़ावा


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