झालावाड़. मेडिकल कालेज झालावाड़ के डीन डॉ शिवभगवान शर्मा ने ‘पत्रिका’ से बात करते हुए कहा कि वह खुद वर्षों से मरीजों को सेवाएं देते रहे है, अभी भी दे रहे हैं। हर दिन वार्ड में भर्ती मरीजों से मिलते हैं, उनके और परिजनों की भावनाओं को समझते हैं। इसलिए पूरा प्रयास रहता है कि अस्पताल में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। जिन व्यवस्थाओं को लेकर सवाल उठ रहे हैं, उन पर भी सुधार किया जाएगा और सरकार की योजनाओं का लाभ त्वरित मिले इसके भी प्रयास होंगे। प्रस्तुत है मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ शिव भगवान शर्मा से हरिसिंह गुर्जर के साथ हुई बातचीत के प्रमुख अंश-
सवाल: मेडिकल कॉलेज बने हुए एक दशक से अधिक हो गया, हर वर्ष दो सौ एमबीबीएस के छात्र आ रहे,फिर भी पर्याप्त डॉक्टर नहीं मिल पाए
जवाब: हां ये सही है अभी दो सौ छात्र आ रहे हैं, फैकल्टी की कमी है, सरकार को लिखा है।
सवाल: जिले में एक्सीडेंट के केस बहुत आ रहे हैं, सर्जरी विभाग की बहुत ज्यादा जरुरत होती है, फिर भी इसमें पीजी नहीं है
जवाब: हां ये सही है लेकिन सरकार को लिखा है, वहां से निर्णय होगा, फैकल्टी मिलते ही एनएमसी का निरीक्षण करवाएंगे। उसके बाद ही पीजी की अनुमति मिलेगी।
सवाल: मेडिकल कॉलेज के काफी छात्र बाहर रहते हैं, देर रात तक शहर में घूमते नजर आते हैं, हॉस्टल की क्या सुविधा है
जवाब: हॉस्टल कम है, साढ़े तीन सौ छात्रों की संख्या के हॉस्टल की अनुमति के लिए सरकार को भेजा है।
सवाल: अस्पताल में पार्किंग व्यवस्था नहीं होने से कई गंभीर मरीजों को समय पर पहुंचाने में परेशानी होती है
जवाब: नए ठेके के लिए प्रोसेस चल रहा है। प्रस्ताव भेजे हैं, कलक्टर साहब ने भी कहा है, नगर परिषद या किसी अन्य एजेन्सी के माध्यम से फिर से पार्किंग का टैंडर देंगे।
सवाल: सीनियर डॉक्टर राउंड करने के बाद ओपीडी में बैठते ही नहीं है, कई डॉक्टर कॉल पर भी नहीं आते हैं, कार्रवाई क्यों नहीं करते
जवाब: ऐसा नहीं है, अन्य दूसरे काम भी होते हैं, सीनियर भी बैठते हैं,कॉल पर नहीं आने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे, आगे से ऐसा नहीं होगा।
सवाल:लेबर रुम में पैसे लेने की पहले भी कई बार शिकायत आई है, अब फिर से आई, सरकार ने इलाज फिर कर रखा है फिर पैसे क्यों
जवाब:शिकायत करने के बाद निश्चित रूप से कार्रवाई होती है, अभी शिकायत हुई हमने उन्हे हटा दिया। अस्पताल में इलाज फ्री होता है, लोग आकर शिकायत तो करें, हम कार्रवाई करेंगे।
सवाल: एसआरजी व जनाना में पास सिस्टम लागू नहीं, गार्ड होने के बाद भी चोरियां हो रही
जवाब: ये अच्छा सुझाव है इसे सख्ती से लागू करेंगे। एक मरीज के साथ दो ही अटेंडर के पास जारी होंगे, गार्ड को भी पाबंद करेंगे।
सवाल: पशु चिकित्सालय का आधा हिस्सा लिया जाना था, क्या हुआ
जवाब: इसकी सैद्धान्तिक स्वीकृति मिल चुकी है। बजट नहीं है, सरकार से बजट आते ही काम शुरु करवा दिया जाएगा। इसमें 40:60 के अनुपात में सरकारों से पैसा आना है।
सवाल: मेडिकल कॉलेज व एसआरजी चिकित्सालय का फायर फाइटिंग सिस्टम दुरस्त नहीं है, कभी कोई हादसा हो गया तो क्या करेंगे
जवाब: इसमें काफी खर्चा आएगा, उच्च स्तर पर बात कर इसे दुरस्त करवाएंगे
सवाल: अस्पताल में शौचालयों की िस्थति बहुत खराब है, बार-बार चोक हो जाते हैं, ठेका सुलभ इंटरनेशल को देना था क्या हुआ
जवाब: इसके प्रस्ताव सरकार को भेज रखे हैं,वहां से जवाब आते ही टैंडर कर देंगे।
सवाल:एसआरजी व जनाना के अधीक्षकों के पास कोई फाइनेशियल पावर नहीं है, ऐसे में वो कोई काम नहीं करवा पाते हैंं
जवाब: ऐसा नहीं है, दोनों जगह प्राथमिकता से काम करवाए जाते हैं
सवाल: मेडिकल कॉलेज में बीच-बीच में संविदा पर नर्सिंग व अन्य स्टाफ की भी भर्ती किया जा रहा है, क्या कोई नियम है
जवाब: भर्ती हम नहीं करते हैं, प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से होती है, हम तो उसे डिमांड भेज देते हैं,हम तो उसकी योग्यता देखते हैं।
सवाल: सुपरस्पेशिलिटी की सेवाएं शुरु होने वाली थी, नहीं हो पाई क्या वजह है
जवाब: ऐसा नहीं है यूरोलॉजी व कॉर्डियोलॉजी में सेवाएं शुरु हो गई है, शेष फैकल्टी आने के बाद वो भी शुरु हो जाएगी। कार्डिलॉजी व गैस्ट्रॉलोजी के लिए भी स्टाफ आते ही शुरु कर दी जाएगी। बर्न वार्ड में अलग से छह बेड बनाया हुआ है।
सवाल: मेडिकल कॉलेज में एक करोड़ से अधिक की लागत का स्क्रेब पड़ा हुआ है, कोई निर्णय क्यों नहीं ले पा रहे
जवाब:ऐसा नहीं है इसका प्रोसेस फाइनल हो गया है, जल्द ही इसकी नीलामी करेंगे।
सवाल: यूरोलोजी विभाग खुल गया कॉल पर कोई नहीं आता है
जवाब: विभाग में एक ही आदमी है, इसकी भी व्यवस्था की जा रही है जेआर को लगाया जाएगा ताकि वो सीनियर को बता सकें।
सवाल: एक ही विभाग में कई कर्मचारी लंबे समय से नहीं हटाए गए, रोटेशन से ड्यूटी क्यों नहीं लगाई जा रही
जवाब: जो लंबे समय से एक ही विभाग में लगे हुए है, उनका भी विभाग बदला जाएगा
चिकित्सालय व मेडिकल कॉलेज संबंधी आप अपने सुझाव 9413980981 पर बता सकेते हैं