
पत्रिका न्यूज नेटवर्क/ झालावाड़। Ganesh Mahotsav 2023: शहर में गणेश महोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। इसके लिए गढ़ गणपति समिति ने गणेश महोत्सव 2023 का कार्यक्रम घोषित किया है। समिति अध्यक्ष मिहिर शर्मा ने बताया कि महोत्सव 19 से 28 सितंबर तक मनाया जाएगा। इसमें 19 सितंबर सुबह दस बजे मंत्रोचारण के साथ गणपति की मिट्टी की मूर्ति की स्थापना की जाएगी। 20 सितंबर को 2100 दीपकों से रात आठ बजे महाआरती की जाएगी। 21 सितंबर को छप्पन भोग की झांकी सजाई जाएगी और प्रसादी बांटी जाएगी । 22 सितंबर को महिला विशेष आरती रखी गई है। 23 सितंबर को रात्रि आठ बजे से सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ रखा गया है। 24 सितंबर को रात्रि आठ बजे से परिसर में मटकी फोड़ प्रतियोगिता रखी गई है। 25 सितंबर को डोल एकादशी के मौके पर देव विमानों की पूजा अर्चना पांच बजे की जाएगी। 26 सितंबर को महाप्रसादी रखी गई है। 27 सितंबर को 5100 दीपकों की भव्य महाआरती रखी गई है और कार्यक्रम के अंतिम दिन 28 सितंबर को शाम चार बजे से अनंत चतुर्दशी का भव्य जुलूस निकाला जाएगा। समिति प्रवक्ता मयंक शर्मा ने बताया कि इसके अलावा प्रतिदिन प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी रखी गई है।
दुर्लभ संयोग में मनेगी गणेश चतुर्थी
सुनेल कस्बे में गणेश चतुर्थी पर्व को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। प्रतिमाएं तैयारियां की जा रही हैं। इस साल उत्सव 19 सितंबर को शुरू होकर 28 सितंबर को विसर्जन के साथ सम्पन्न होगा।
ज्योतिषाचार्य पंडित राजेन्द्र कुमार जोशी ने बताया कि इस साल गणेश चतुर्थी पर दुर्लभ संयोग बन रहा है। इस बार 300 सालों बाद तीन योग बन रहे हैं। जिसमें से एक ब्रह्मा योग, दूसरा है शुक्ल योग और तीसरा है शुभ योग। पंडित जोशी के अनुसार ब्रह्मा योग मेें ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों शक्तियां एक साथ मौजूद रहती हैं। शुक्ल योग में जितने भी जातक गणेश चतुर्थी में शामिल होते हैं, गणेशजी की आरती पूजन करते हैं, उनके घर में शुभ ही शुभ होता है। शुभ योग यानी गणेशजी के भक्तों के घरों में भी शुभ लाभ की स्थापना हो जाती है। आमदनी में बरकत अधिक और हानि कम होती है। घर में सदस्य स्वस्थ रहते हैं।
Published on:
14 Sept 2023 12:51 pm
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