अन्य विभाग भी करें पहल
जहां भी विलायती बबूल उग जाता है, वहां की जमीन को बंजर कर देता है। यह पेड़ अपने आसपास अन्य किसी भी प्रजाति के पेड़-पौधों को पनपने नहीं देता है। इस कारण जिस परिसर में एक भी विलायती बबूल उग गया तो वहां अन्य प्रजाति के पौधें को नष्ट हो जाते हैं और कुछ ही साल में घने जंगल का रूप धारण कर लेता है। कॉलेज प्रशासन ने जिस तरह कॉलेज परिसर में विलायती बबूल को कटवा कर छायादार पेड़-पौधे लगाने का निर्णय किया हैद्ध उस तरह अन्य विभागों को भी पहल करनी चाहिए। ताकि शहर में छायादार पेड़-पौधे अधिक विकसित हो सके। इससे शहर में प्रदूषण भी नियंत्रित रहेगा और शहरवासियों को शुद्ध हवा भी मिल सकेगी। कॉलेज प्रशासन साधुवाद के पात्र है।
जहां भी विलायती बबूल उग जाता है, वहां की जमीन को बंजर कर देता है। यह पेड़ अपने आसपास अन्य किसी भी प्रजाति के पेड़-पौधों को पनपने नहीं देता है। इस कारण जिस परिसर में एक भी विलायती बबूल उग गया तो वहां अन्य प्रजाति के पौधें को नष्ट हो जाते हैं और कुछ ही साल में घने जंगल का रूप धारण कर लेता है। कॉलेज प्रशासन ने जिस तरह कॉलेज परिसर में विलायती बबूल को कटवा कर छायादार पेड़-पौधे लगाने का निर्णय किया हैद्ध उस तरह अन्य विभागों को भी पहल करनी चाहिए। ताकि शहर में छायादार पेड़-पौधे अधिक विकसित हो सके। इससे शहर में प्रदूषण भी नियंत्रित रहेगा और शहरवासियों को शुद्ध हवा भी मिल सकेगी। कॉलेज प्रशासन साधुवाद के पात्र है।