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आधा भी नष्ट नहीं हुआ डोडा चूरा, आए दिन हो रही तस्करी

  -आबकारी व नारकोटिक्स विभाग के पास स्पष्ट नियम नहीं

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Half was not destroyed Doda sawdust, smuggling is happening every day

आधा भी नष्ट नहीं हुआ डोडा चूरा, आए दिन हो रही तस्करी


झालावाड़. जिले में फिर से अफीम की बुवाई हो गई है, लेकिन जिले के गत वर्ष अफीम की फसल से निकले डोडा चूरा को नष्ट करने का मापदंड अभी तक विभाग तय नहीं कर पाया है। इसके चलते जिले में अफीम डोडा चूरा की तस्करी बेलगाम हो रही है। अभी तक एनडीपीएस के करीब 94 मामले सामने आ चुके हैं।

अभी तक 50 फीसदी डोडा चूरा नष्टीकरण का काम भी नहीं हुआ है। ऐसे में अवैध रूप से डोडा चूरा की तस्करी करने वाले कार की डिक्की व अन्य साधनों की बॉडी आदि में रखकर तस्करी कर रहे हैं। लेकिन आबकारी विभाग व नारकोटिक्स विभाग इस दिशा में कोई काम नहीं कर पा रहे हैं। 31 अक्टूबर नष्ट करने की अंतिम तिथि थी। दो माह निकलने के बाद भी अभी तक आबकारी विभाग नष्ट करने के स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं दे पाया है।

समिति के सामने आई कई समस्याएं
डोडा चूरा नष्ट करने के लिए चार लोगों की समिति बनी होती है। इसमें जिला कलक्टर व जिला पुलिस अधीक्षक का एक-एक प्रतिनिधि होता है। वहीं एक-एक व्यक्ति आबकारी व नारकोटिक्स विभाग का होता है। समिति के सामने कई समस्याएं आई है। इसमें किसान पूरा डोडा चूरा नष्ट करने के लिए नहीं ला रहे थे।

ऐेसे में आरोपों के घेरों में आने की आशंका के चलते कमेटियों ने भी स्थिति स्पष्ट करने के लिए नोडल एजेंसी आबकारी विभाग को कहा था लेकिन कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं होने के कारण डोडा चूरा नष्ट नहीं हो पाया है। समिति द्वारा अफीम विभाग से प्रति आरी के हिसाब से कितना डोडा चूरा लेना है यह तय करना है। इसके लिए जयपुर से मार्गदर्शन मांगा गया है। इधर किसान डोडा चूरे का 1200 रुपए प्रति किलो की दर से मुआवजे की मांग सरकार से कर रहे हैं।

739 किसानों के पास है डोडा चूरा, लालच के चक्कर में बेच रहे
जिले में कुल 1345 किसानों में अभी तक मात्र 606 किसानों का ही डोडा चूरा नष्ट हुआ है। अभी 739 किसानों का नष्ट होना शेष है लेकिन विभाग द्वारा कोई स्पष्ट नियम नहीं होनेे से नष्ट करने की कार्रवाई नहीं हो पा रही है। विभाग ने उच्चाधिकारियों से मार्गदर्शन मांगा है लेकिन अभी तक कोई स्पष्ट निर्देश नहीं आ पाए है। ऐसे में आबकारी विभाग ने जिले में 13 नव?बर के बाद से नष्ट करने का काम बंद कर दिया है। घरों में रखे डोडा चूरा को निगरानी के लिए भी किसानों को परेशान होना पड़ रहा है। वहीं तस्करों द्वारा अधिक पैसे देने पर किसान चोरी छुपे डोडा चूरा बेच रहे हैं। जिले में आए दिन अफीम व अन्य तरह की तस्करी के करीब 94 मामले सामने आ चुके है।

झालावाड़ जिले में ऐसे आ रहे मामले सामने
केस एक-
14 नवम्बर को जिले के भवानीमंडी क्षेत्र में गुढ़ा पचपहाड़ मार्ग पर पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान एक युवक के कब्जे से 25 किलो डोडा चूरा बरामद किया गया था। पूछताछ में आरोपी ने स्वयं को पंजाब के पटियाला निवासी बताया था।

केस दो-
एक दिसम्बर को जिले के मिश्रोली की तरफ से आ रही एक कार की डिक्की में रखा 66 किलो डोडा चूरा बरामद किया था। इसमें तीन पंजाब, हिसार व सारंगपुर के तीन आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
केस तीन-
जिले में 15 नवम्बर को चौमहला क्षेत्र में सांकरिया फाटक से 5 करोड़ की स्मैक की तस्करी करते हुए पकड़े थे। इस तरह जिले मेंं आए दिन अफीम व डोडा चूरा व अन्य तरह की तस्करी के मामले सामने आ रहे हैं।

ये पूरे स्टेट का इश्यू है-
स्टेट में कुछ इश्यू चल रहे थे, इसको लेकर काम रोका गया था, आबकारी विभाग ने एक्साइज कमिश्नर को लैटर भी लिखा है। वहां से पता करके ही आगे का कुछ बता पाऊंगा।
सिद्धार्थ सिहाग, जिला कलक्टर, झालावाड़