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2018 में चारों विधानसभाओं में जमकर चला था नोटा :16 प्रत्याशियों को नोटा से भी कम वोट मिले थे

locationझालावाड़Published: Nov 02, 2023 11:22:49 am

Submitted by:

harisingh gurjar


विधानसभा चुनाव 2018 में झालावाड़ जिले की चारों विधानसभाओं में वोट के साथ नोटा का भी खूब प्रयोग हुआ था। ऐसे में इस बार भी दोनों ही दलों कये प्रत्याशी नोटा से बचने की रणनीति बनाकर मैदान में कार्यकर्ताओं को जागरुक कर रहे हैं

In 2018, NOTA was heavily used in all four assemblies: 16 candidates got less votes than NOTA.
2018 में चारों विधानसभाओं में जमकर चला था नोटा :16 प्रत्याशियों को नोटा से भी कम वोट मिले थे
डेटा डीकोडेड

हरिसिंह गुर्जर
विधानसभा चुनाव 2018 में झालावाड़ जिले की चारों विधानसभाओं में वोट के साथ नोटा का भी खूब प्रयोग हुआ था। ऐसे में इस बार भी दोनों ही दलों कये प्रत्याशी नोटा से बचने की रणनीति बनाकर मैदान में कार्यकर्ताओं को जागरुक कर रहे हैं। हैरात की बात तो ये है कि जिले की खानपुर विधानसभा में एक प्रत्याशी की हार तो नोटा को मिले वोट से भी कम वोट से हुई थी। प्रत्याशी अपने कार्यकर्ताओं से यह कहते दिख रहे हैकि जितने भी मतदाताओं को बूथ तक पहुंचाओं, उन्हे चुनाव चिन्ह सही से समझाने में भूल मत करना। जिले में चारों विधानसभाओं में 2018 में सबसे ज्यादा नोटा का प्रयोग डग विधानसभा में हुआ है जहां 4247 लोगों ने दोनों प्रत्याशियों को पसंद नहीं कर नोटा को चुना था। वहीं झालरापाटन विधानसभा से भाजपा की वसुन्धरा राजे ने 34980 वोट से कांग्रेस के मानवेन्द्रसिंह को हराया था। यहां 3125 लोगों ने नोटा दबाया था। हालांकि इस बार नोटा या किसी प्रत्याशी को कितने वोट मिलते है, यह तो अगले महीने ही सामने आएगा।
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