scriptकालीसिंध का पानी अब कोटा में मचाएगा तबाही | Kalisindh water will now wreak havoc in Kota | Patrika News

कालीसिंध का पानी अब कोटा में मचाएगा तबाही

locationझालावाड़Published: Aug 06, 2021 08:49:45 pm

भीमसागर बांध के 33 साल बाद खुले 70 फीट बांध के पांच गेट

कालीसिंध का पानी अब कोटा में मचाएगा तबाही

कालीसिंध का पानी अब कोटा में मचाएगा तबाही

झालावाड़. भीमसागर । झालावाड़ जिले में पिछले 24 घण्टे से भारी बारिश हो रही है। जिससे गुरुवार को कालीसिंध, परवन, चंवली, रूपली, उजाड़ आदि नदियां उफान पर आ गई है। रूपली नदी का पानी खानपुर कस्बे में घुस गया है। 33 साल बाद ऐसा मौका आया जब भीमसागर बांध से भयंकर मात्रा में पानी की निकासी की गई है। जाड़ नदी में तेज आवक के बाद बांध के पांच गेट 70 फीट खोलकर शुक्रवार देर शाम तक 5 लाख 95 हजार क्यूसेक पानी 10 घण्टों में प्रति सेकण्ड के हिसाब से डिस्चार्ज किया गया है। जल संसाधन विभाग से प्राप्त जानकारी अनुसार 1988 में सितंबर माह में बांध के गेट 68 फीट खोले थे उसके बाद 2003 मे 45 फीट खोले गए अब जाकर अगस्त माह में पहली बार भीमसागर बांध के 70 फीट गेट खोलकर 69 हजार क्यूसेक पानी प्रति सेकण्ड डिस्चार्ज किया गया है। बांध के जेईएन जितेद्र नागर ने बताया कि बांध की उजाड़ नदी में तेज आवक के बाद बांध के पांच गेट 70 फीट खोलकर शुक्रवार देर शाम तक 5 लाख 95 हजार क्यूसेक पानी 10 घण्टों में प्रति सेकण्ड के हिसाब से डिस्चार्ज किया गया है। बांध में आवक जारी है देर शाम तक बांध पांचों गेटो से निकासी जारी रही। इस दौरान मौके पर जल संसाधन एसी अजय कुमार त्यागी, मेकेनिकल एक्सईन जितेंद्र सोनी, एक्सईन प्रेमचंद मीणा,कर्मचारी मुकेश सुमन राणा, लक्ष्मीनारायण भील समेत कर्मचारी मौके पर निगरानी बनाए रहे। कालीसिंध नदी का पानी कोटा जिले में चम्बल नदी में मिलता है। उजाड़ नदी का पानी कालीसिंध में मिलता है। इससे कोटा जिले के कई गांवों में मचाई मचेगी। झालावाड़ कलक्टर ने झालावाड़ जिले के बांधों से हो रहे पानी के डिस्चार्ज के बारे में कोटा कलक्टर को अवगत करवा दिया है।
उजाड़ नदी से गांव जलमग्न हुए
भीमसागर। बांध से एक साथ अधिक मात्रा में जल निकासी के बाद उजाड़ नदी किनारे के गांवों में बाढ़ जैसे हालात बन गए। क्षेत्र के गाडरवाड़ा नूरजी, जालखेड़ी, जावरा, समेत आसपास के गांव जलमग्न हो गए। कांग्रेस नेता राजेन्द्र मीणा ने बताया कि गाडरवाड़ा नूरजी समेत अन्य गांवों के चारो तरफ पानी फैल गया बाढ़ जैसे हालत बन गए। वहीं भीमसागर सरपंच सत्यनारायण शर्मा ने बताया लगातार बांध से जल निकासी के बाद जावरा गांव टापू बन गया रतनपुरा समेत अन्य गांवो में आर्थिक नुकसान के आसार नजर आ रहे है।
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