Jhalawar: Relief from floods…कोटा-भोपाल मार्ग हुआ चालू, नदियों में पानी उतरा
झालावाड़Published: Aug 07, 2021 09:44:36 am
– झालावाड़ में बारिश थमी, तबाही का दिखा मंजर- भीमसागर बांध के पानी ने कोटा के सांगोद में मचाई तबाही
Jhalawar: Relief from floods…कोटा-भोपाल मार्ग हुआ चालू, नदियों में पानी उतरा
झालावाड़। झालावाड़ जिले में एक सप्ताह से हो रही लगातार बारिश शनिवार सुबह थम गई है। उफान पर चल रही नदियों का पानी उतार पर आ गया है। बारिश थमने के साथ ही जिले में बाढ़ से मची तबाही का मंजर दिख रहा है। खेतों में फसलें पूरी तरह तबाह हो गई है। पुलिया और सड़कें पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। इससे आवागमन में लोगों को भारी परेशानी हो रही है। जिला प्रशासन की ओर से अतिवृष्टि से हुए नुकसान का सर्वे शुरू कर दिया है, लेकिन अभी तक खराबे और नुकसान की रिपोर्ट नहीं आई है। लेकिन करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। जिलेभर से मुआवजे की मांग उठने लगी है। उधर शुक्रवार को स्टेट हाईवे 89 पर पानी भरने के कारण बंद हुआ कोटा-भोपाल मार्ग शनिवार सुबह चालू हो गया है। जिले के सबसे बड़े कालीसिंध बांध के शनिवार को बारिश थमने के साथ ही गेट कम कर दिए है। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को भारी बारिश के कारण इस मानसून में कुल 33 गेट में से 14 गेट खोलकर पानी की निकासी की गई थी। जिन्हें कम करके शनिवार सुबह बांध के 3 गेट कुल 7 मीटर खोलकर 26 हजार 269 क्युसेक पानी की निकासी की जा रही है। उधर भीमसागर बांध पर उजाड़ नदी में 33 साल बाद ऐसा सैलाब आया कि भीमसागर से लेकर कोटा जिले के सांगोद क्षेत्र तक उजाड़ नदी ने तबाही मचा दी। तबाही का मंजर ऐसा रहा कि उजाड़ नदी किनारे बसे गांव टापू बन गए जब देर रात को बांध के गेट बंद होने के बाद शनिवार सुबह तबाही का मंजर नजर आने लगा है। हजारों बीघा फ सलें जलमग्न होने नष्ट होने कगार पर आ गई तो किसी के मकान टूट गए। वहीं झालावाड़ सारोला भीमसागर मार्ग पर उजाड़ नदी की पुलिया टूटने से 65 गांवो का जिला मुख्यालय से संपर्क कट चुका है। छोटे वाहनों को भीमसागर बांध से होकर निकाला जा रहा है। रोडवेज बस समेत भारी वाहनों की आवाजाही पूर्ण रुप से बंद हो गई है ।