रटलाई में दो साल से क्षतिग्रस्त हो रही पुलिया
भीमसागर. खानपुर उपखंड के गाड़रवाड़ा नूरजी स्थित उजाड़ नदी पर देवरियां गांव की पुलिया दो वर्ष पूर्व उजाड़ नदी की बाढ़ में टूटकर बह गई थी। ग्रामीणों ने इसके बाद पुलिया की मरम्मत स्वयं व पीडब्ल्यूडी की मदद से कर आवागमन सुचारू किया। शनिवार को एक बार फिर भीमसागर बांध से उजाड़ नदी डाउनस्ट्रीम में पानी छोड़ने के बाद शेष कुछ हिस्सा भी तेज बहाव में बहने के बाद अब गांव रतनपुरा व बराना का जिला मुख्यालय समेत अन्य गांवों से संपर्क कट गया।
एडवोकेट ललित सिंह रतनपुरा, हनुमान सिंह, लाखन सिंह, रामलाल गुर्जर बराना, नरेंद्र गुर्जर समेत अन्य लोगों ने बताया कि पुलिया टूटने से बच्चों को स्कूल भेजने समेत अन्य सुविधाओं के लिए पैदल ही खेतों में होकर आना-जाना पड़ रहा है।
रटलाई. कस्बे से भालता को जाने वाले मार्ग के उजाड़ नदी की पुलिया पिछले 2 वर्षों से क्षतिग्रस्त है, लेकिन शनिवार को मूसलादार बारिश से अधिक क्षतिग्रस्त होने से दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है।
पिछले वर्ष 22 अगस्त 2022 को उजाड़ नदी उफान पर आने से पुलिया पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी थी, लेकिन पूरे वर्ष इसकी मरम्मत नहीं हुई। वहीं 16 सितम्बर को आए तेज बहाव के बाद यह पुलिया ज्यादा क्षतिग्रस्त हो गई है। जिससे कभी भी हादसा हो सकता है। वहीं आने वाले दिनों में कस्बे के निकट सांवलपुरा देवनारायण का 3 दिवसीय मेला भी लगने वाला है। इसके चलते यहां से वाहनों भी ज्यादा गुजरेंगें।
भालता और मध्यप्रदेश को जोड़ती
ग्रामीण कन्हैयालाल के अनुसार उजाड़ नदी की पुलिया भालता एवं मध्यप्रदेश के कई हिस्सों को जोड़ती है जो स्टेट टाइम में बनी है। वहीं पुलिया का एक हिस्सा करीब 1972 में क्षतिग्रस्त हो गया था। जिसके बाद इसकी मरम्मत की गई, लेकिन करीब 74 वर्ष पुरानी पुलिया कई जगह से क्षतिग्रस्त हो गई है। ग्रामीणों ने उजाड़ नदी पर बनी पुलिया को नई पुलिया बनाने के साथ ही ऊंचाई बढ़ाने की मांग की है। जिससे कई लोगों को राहत मिलेगी। बारिश आने पर रास्ता भी नहीं बंद होगा।
स्टेट हाइवे 119 में हाईलेवल पुलिया बनाने की मांग
कस्बे को बकानी एवं मध्यप्रदेश से जोड़ने के लिए हाल ही में राजस्थान सरकार ने करीब करोड़ों रुपए का बजट देकर स्टेट हाइवे 119 बनाने की घौषणा की है। इसका निर्माण शुरू होने वाला है, लेकिन स्टेट हाइवे में पुलिया का निर्माण होने की संभावना नहीं के बराबर है। ऐसे में क्षेत्र के लोगों ने बताया कि जहां एक तरफ सड़क बनाने के लिए करोड़ों रुपए का बजट मिला है, लेकिन हाई लेवल पुलिया का निर्माण नहीं हो तो सड़क बनाने से कोई लाभ मिलने वाला नहीं है। क्षेत्र के लोगों ने उजाड़ नहीं पर हाइलेवल पुलिया निर्माण की मांग की है।
वर्जन-
पुलिया काफी क्षतिग्रस्त है। इसको स्टेट हाइवे बनाने के दौरान बनाया जाएगा।
मनोज कुमार माथुर, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, आरएसआरडीसी, झालावाड़