
फोटो: पत्रिका
Jhalawar School Roof Collapse: स्वतंत्रता दिवस का जिला स्तरीय समारोह शुक्रवार को जब पूरे सम्मान और उल्लास के साथ आयोजित हुआ। वहीं पिपलोदी गांव के स्कूल हादसे के बाद का दर्दनाक दृश्य भी फिर आंखों के सामने लौट आया। समारोह में कई परिवारों के बच्चों को खोने का दुःख परिजनों की आंख से आंसू बनकर बाहर आ गया।
मुख्य अतिथि जिला कलक्टर अजय सिंह राठौड़ ने राजकीय खेल संकुल मैदान में ध्वजारोहण किया। इसके बाद पिपलोदी स्कूल हादसे में प्रभावित बच्चों, उनके अभिभावकों और भाई-बहनों को मंच पर बुलाकर सम्मानित किया गया।
हादसे में अपने बच्चों को खो चुके माता-पिता छोटूलाल रैदास, हरकचन्द लोधा, बीरमचन्द चंद्र भील, बाबूलाल भील, लक्ष्मण भील और उधम सिंह भील को जब मंच पर बुलाया गया तो माहौल बेहद भावुक हो गया। सम्मान पत्र लेते वक्त कई माता-पिता की आंखों से आंसू छलक पड़े। कुछ मंच पर ही फूट-फूटकर रो पड़े। पूरा मैदान कुछ पल के लिए खामोश हो गया।
मोर सिंह भील को भी सम्मानित किया गया उन्होंने अपना पक्का घर स्कूल के लिए निःशुल्क दे दिया और खुद टापरी बनाकर 8 सदस्यों के परिवार के साथ रहने लगे।
हादसे के दौरान मलबे में फंसे बच्चों को बाहर निकालने में मदद करने वाले छात्र-छात्राएं अरविंद कुमार (कक्षा 5), लक्ष्मी बाई और सुनीता (कक्षा 8), तथा आरती लोधा (कक्षा 6) को साहसिक कार्य के लिए सम्मानित किया गया।
हादसे में घायल हुए 18 से अधिक बच्चों को भी मंच पर बुलाकर सम्मानित किया गया। जिनमें आरती भील, अजय कुमार, राजकुमार, मुरली मनोहर लोधा, चिंका बाई, मनीषा, दिलकुश, विशाल, अंजना, मिलन, बीरम, मिथुन, विजय, विक्रम, राजू बाई, शायना, अनुराधा, बादल और मोनिका शामिल थीं।
इस अवसर पर हादसे के बाद सहयोग करने वाले शिक्षकों, चिकित्सकों और भामाशाहों को भी सम्मानित किया गया।
Updated on:
16 Aug 2025 09:29 am
Published on:
15 Aug 2025 03:00 pm
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