सर्किट हाउस में उन्होंने पत्रकारों से बात की। इस दौरान झालावाड़ में बने पीपाजी पेनोरमा की दुर्दशा को लेकर भी सवाल किया गया। इस पर जाड़ावत का कहना था कि पेनोरमा तो राज्य में सब जगह पिछली सरकार ने गलत तरीके से बना दिए। इसलिए इनसे लोगों का जुड़ाव नहीं हो पाया और दुर्दशा के शिकार हो गए। हालांकि इसके लिए एसडीएम को नोडल अधिकारी बना रखा है। उनसे चर्चा करेंगे और जो भी बेहतरी के लिए हो सकेगा, वो करेंगे।
जाड़ावत ने शाम करीब पांच बजे गागरोन िस्थत पीपाजी पेनोरमा का दौरा भी किया। इस दौरान उन्होंने प्राधिकरण के मार्फत यहां व्यवस्थाएं सुधारने का भरोसा दिलाया।
उन्होंने कहा कि यह पेनारेमा पीपाजी धाम के पास ही बनता तो इसका फायदा सभी को मिलता और गागरोन दुर्ग देखने आने वाले पर्यटक पेनोरमा को भी देख पाते। उन्होंने मौके पर ही अन्दर उगी झाडियां को हटाने और बिजली की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। जाड़ावत के साथ पर्यटन अधिकारी निराज कुरैशी, पर्यटन समिति के सदस्य ओम पाठक, पूर्व पार्षद अम्बेश मीणा, मौजूद रहे।