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PM Kusum Yojana बनी राजस्थान के किसानों के लिए वरदान, अब कभी भी कर सकेंगे सिंचाई

PM Kusum Yojana: बिजली के विकल्प के रूप में सरकार की ओर से शुरू की गई पीएम कुसुम योजना से किसानों को राहत मिली है। योजना के फिर से शुरू होने के बाद शीघ्र ही किसानों के खेतों पर सोलर पंप सेट लगेंगे।

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झालावाड़.PM Kusum Yojana: बिजली के विकल्प के रूप में सरकार की ओर से शुरू की गई पीएम कुसुम योजना से किसानों को राहत मिली है। योजना के फिर से शुरू होने के बाद शीघ्र ही किसानों के खेतों पर सोलर पंप सेट लगेंगे। जिसके बाद किसानों को बिजली का इंतजार नहीं करना पड़ेगा और मनमर्जी के अनुसार दिन में कभी भी सिंचाई कर सकेंगे। रात को सर्दी में परेशान होने की जरुरत नहीं होगी। झालावाड़ जिले में 150 सोलर सेट लगाने के लक्ष्य प्राप्त हुए है। कोटा संभाग में लगेंगे 3950 सोलर पंप अक्टूबर 2022 से बंद पड़ी हुई पीएम कुसुम योजनांतर्गत सोलर पंप सेट योजना शुरू हो गई है। उद्यान आयुक्तालय, जयपुर की ओर से सभी जिलों के लिए दिशा-निर्देश और लक्ष्यों का आवंटन कर दिया गया है। कोटा संभाग में कुल 3950 सोलर पंप सेट के लक्ष्य प्राप्त हुए हैं।

पहले आओ, पहले पाओ
जो किसान सोलर पंप सेंट लगवाना चाहते हैं वह अपने जनाधार कार्ड, भूमि की जमाबंदी या पासबुक की फोटो कॉपी, सिंचाई जल स्रोत का स्वघोषित प्रमाण पत्र तथा विद्युत कनेक्शन नहीं होने का शपथ-पत्र प्रस्तुत करते हुए अपनी पत्रावली राज किसान पोर्टल पर ई-मित्र अथवा खुद की एसएसओ आईडी से आवेदन कर सकेंगे। पत्रावलियों का निस्तारण पहले आओ पहले पाओ के आधार पर किया जाएगा।

जायका परियोजना में मिलेगा 75 फीसदी अनुदान
जिले के खानपुर क्षेत्र के भीमसागर व गणेशपुरा तथा झालरापाटन के बोरदा को जायका परियोजना में कमांड क्षेत्र में शामिल किया गया है। ऐसे में इस परियोजना के किसानों को 75 फीसदी अनुदान दिया जाएगा। ऐसे में इन गांवों के किसानों को मात्र 25 फीसदी राशि ही अपनी तरफ से लगाकर सोलर ऊर्जा संयंत्र का लाभ मिल जाएगा।

अभी तक 5883 आवेदन मिले
उद्यान विभाग के अनुसार पीएम कुसुम योजनांतर्गत सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने का कार्य रेट को लेकर अक्टूबर से बंद पड़ा था, जो अब पुन: शुरू हो गया है। सोलर पंप सेट लगवाने के लिए अभी तक संभाग से 5883 किसानों ने आवेदन किए हैं। जिनमें 249, बूंदी 4800, बारां में534 व झालावाड़ में 300 आवेदन आए है। सोलर पंप लगने के बाद किसानों को बिजली का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। वह मनमर्जी के अनुसार कभी की सिंचाई कर सकेंगें।

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मिलेगा 60 फीसदी अनुदान
इस योजना में किसानों को इकाई लागत का 60 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा। राज्य सरकार की ओर से अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के किसानों को अनुदान स्वरूप 45000 रुपए प्रति कृषक प्रति संयंत्र अतिरिक्त दिए जाने का प्रावधान किया गया है। कृषकों की ओर से शेष 40 प्रतिशत राशि स्वयं वहन की जाएगी। अगर किसान चाहें तो इसमें से 30 प्रतिशत राशि तक बैंक से ऋण भी मिल सकता है। भारत सरकार की ओर से निर्धारित कंपनियों की ओर से सोलर पंप सेट स्थापना के बाद नियमानुसार टीम की ओर से भौतिक सत्यापन करने के बाद अनुदान राशि का भुगतान कर दिया जाएगा।

सौर ऊर्जा सयंत्र: फैक्ट फाइल

जिला-लक्ष्य-आवेदन

झालावाड़ 150 300

बारां 360 534

बूंदी 3270 4800

कोटा 170 249

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सोलर ऊर्जा संयंत्र में जिले में 150 किसानों को संयंत्र देने का लक्ष्य है। कोई भी किसान ई-मित्र से स्वयं की एसएसओ आईडी से ऑनलाइन आवेदन कर सकता है। इसमें 3 एचपी से लेकर 7.5 एचपी तक के सोलर पर अनुदान दिया जा रहा है।
कैलाश चन्द शर्मा,सहायक निदेशक, उद्यान विभाग, झालावाड़


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