मेडिकल कॉलेज के डॉ. जकी सिद्दीकी ने बताया कि अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ने डॉ. अंशुल जैन, डॉ. नूतन अग्रवाल और डॉ. छवि सेठी के साथ मिलकर उन्हें इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए इंस्ट्रक्टर नियुक्त किया है। पहला बैच 16 से 18 अगस्त तक पैरा मेडिकल कॉलेज में आयोजित किया जाएगा जिसमें 30 रेजिडेंट्स और इंटर्न भाग लेंगे।
शहर के लिए फायदेमंद
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम झांसी शहर के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा। प्रशिक्षित डॉक्टर और पैरामेडिकल कर्मचारी तीन महीने बाद शहर के शिक्षकों, पुलिस और दमकल कर्मियों को सीपीआर प्रशिक्षण देंगे। इससे आपातकालीन स्थितियों में मरीजों को तुरंत प्राथमिक चिकित्सा मिल सकेगी और जान बचाने में मदद मिलेगी।
सीपीआर क्या है?
सीपीआर एक ऐसी तकनीक है जिसका उपयोग दिल की धड़कन और सांस रुक जाने पर किया जाता है। यह एक जीवन रक्षक तकनीक है और इसे हर किसी को आना चाहिए। क्यों है जरूरी सीपीआर प्रशिक्षण
- जान बचाने में मदद: सीपीआर प्रशिक्षण आपातकालीन स्थितियों में जान बचाने में मदद कर सकता है।
- आत्मविश्वास बढ़ाता है: सीपीआर प्रशिक्षण से आपातकालीन स्थितियों में आत्मविश्वास बढ़ता है।
- समाज सेवा: सीपीआर प्रशिक्षण समाज सेवा का एक अच्छा माध्यम है।