Jhansi News: बुंदेलखंड के सबसे बड़े नेता कहे जाने वाले चंदपाल सिंह यादव के लगभग पूरे परिवार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। झांसी में मुकदमा दर्ज होने के बाद धोखाधड़ी का यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।
Jhansi News: बुंदेलखंड के सबसे बड़े नेता कहे जाने वाले चंदपाल सिंह यादव के लगभग पूरे परिवार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। झांसी में मुकदमा दर्ज होने के बाद धोखाधड़ी का यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। झांसी के सीपरी बाजार थाने में शिकायतकर्ता वृद्ध महिला सुदेश बैरी ने तहरीर देकर आरोप लगाया कि उसके बेटे पर कुछ कर्ज था। उस कर्ज के बदले चंदपाल यादव हमारे मकान को खरीदना चाहते थे। महिला ने बताया कि मकान पर उसके बेटे का कोई हक नहीं है। यानी मकान बेचने के लिए उसके बेटे के पास कोई अधिकार नहीं था। इसके बावजूद चंदपाल यादव ने कूटरचित दस्तावेजों का सहारा लेकर मकान खरीद लिया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इनपर दर्ज किया गया मुकदमा
चंदपाल सिंह यादव पुत्र ठाकुर प्रसाद यादव, शिशुपाल यादव पुत्र ठाकुर प्रसाद यादव, छत्रपाल सिंह यादव पुत्र शिशुपाल सिंह यादव, तेजपाल सिंह यादव पुत्र शिशुपाल सिंह यादव, ज्ञानवती पत्नी चंदपाल सिंह यादव, सत्यभान यादव पुत्र गुटारी लाल यादव, आशाराम पुत्र हरीकिशन पर कूटरचित दस्तावेज तैयार करने और धोखाधड़ी समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
कौन हैं चंदपाल सिंह और शिशुपाल यादव?
चंदपाल सिंह यादव बुंदेलखंड से समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद हैं। उनके भाई शिशुपाल सिंह यादव सपा से पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं। इसके अलावा छत्रपाल सिंह यादव सपा से मौजूदा डकौर ब्लाक प्रमुख के पति हैं। कहा जाता है कि एक बार पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव झांसी में जनसभा को संबोधित करने आए थे। जहां उन्होंने भरी जनसभा में चंदपाल सिंह यादव को बुंदेलखंड का मुख्यमंत्री बताया था। तभी से चंदपाल सिंह यादव का परिवार बुंदेलखंड का सबसे बड़ा राजनीतिक घराना माना जाता है।