बेतवा नदी में फेंकने की बना रहे थे योजना
राजेंद्र बुंदेला अपनी आपबीती सुनाते हुए बताते हैं, “ग्रामीणों द्वारा 2 दिन पहले सूचना मिली थी कि एरच घाट पर अवैध खनन हो रहा है। उसी दौरान विधायक के बेटे राहुल राजपूत और उसके साथियों द्वारा हम तीन पत्रकारों की जमकर पिटाई की गई। इसके बाद वे हमें बेतवा नदी में फेंकने की योजना बना रहे थे। हमने जैसे तैसे अपनी जान बचाई और वहां से भाग निकले।
पुलिस पर झूठा मामला दर्ज करवाने का दवाब
राजेंद्र बुंदेला आगे कहते हैं कि पुलिस के ऊपर क्रॉस (झूठा मुकदमा) लिखने का दबाव बनाया जा रहा है। इसके लिए गरौठा विधायक जवाहर लाल राजपूत के बेटे राहुल राजपूत की सह पर बड़ी संख्या में लोगों ने थाने का घेराव कर लिया था। इसके अलावा पीड़ित पत्रकारों को जान से मारने की धमकी दी जा रही है।
विधायक पर कमीशन लेने का लगाया आरोप
कृष्ण चंद्र पाठक (पीड़ित) आरोप लगाते हैं, विधायक और उनके बेटे द्वारा हम लोगों पर मानसिक दबाव बनाया जा रहा है। इसी लिए हम डीआईजी, डीएम और एसएसपी के पास आए और उन्हें पूरी जानकारी दी। इसके अलावा कृष्ण चंद्र ने आरोप लगाया है कि गरौठा तहसील क्षेत्र में जितने घाट संचालित हो रहे हैं उन सभी में विधायक जवाहर लाल राजपूत का कमीशन फिक्स है।
चार के खिलाफ मामला दर्ज
इस मामले में एरच थाना पुलिस ने चार लोगों जिनमें नरेंद्र राजपूत, मुकेश राजपूत, हेमंत राजपूत और अजय शुक्ला के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है। इसके अलावा 20 से 25 व्यक्ति अज्ञात भी शामिल है।
आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग उठी
ग्रामीण और शहरी पत्रकार इस मामले को इकट्ठा हुए और डीआईजी, डीएम और एसएसपी को ज्ञापन देकर नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की।