27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

इंदौर-पटना एक्सप्रेस हादसे में रेलवे ने की बड़ी कार्रवाई, आधा दर्जन अधिकारियों पर गिरी गाज

कानपुर देहात के पुखरावा के पास हुए रेलवे हादसे में 148 मौतों के लिए जिम्मेदार करीब आधा दर्जन रेलवे अधिकारियों पर गाज गिरी है।

2 min read
Google source verification

image

Abhishek Gupta

Nov 22, 2016

Indore Patna

Indore Patna

झांसी- कानपुर देहात के पुखरावा के पास हुए रेलवे हादसे में 148 मौतों के लिए जिम्मेदार करीब आधा दर्जन रेलवे अधिकारियों पर गाज गिरी है। रेेलवे मंत्रालय ने कई सीनीयर और जूनियर अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाई की है। इसमें सीनियर डीएनई को रेलवे ने सस्पेंड कर दिया है। इसके साथ ही सीनीयर सीडीएम अफसर, डीईएम ऑपरेशन, रेलवे के जूनियर अफसर को भी सस्पेंड कर दिया गया है।

वहीं डीआरएम झांसी का भी तबादला किया गया है। गौरतलब है कि हादसे से पहले झांसी में ही यात्रियों को खतरे का अंदेशा हो गया था। और इसकी जानकारी उन्होंने ट्रेन में मौजूद रेलवे अफसरों को दी थी। बावजूद इसके झांसी से कानपुर तक ट्रेन को पहुंचाने का अादेश दिया गया। जिसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ा।

ड्राइवर ने सौंपी अपनी रिपोर्ट
रेलवे के उच्च सूत्रों के मुताबिक ड्राइवर ने अपनी रिपोर्ट अफसरों को दी है। इसमें उसने बताया है कि लोड ज्यादा होने से कुछ डिब्बों में खड़खड़ की आवाजों की शिकायतें आ रही थीं। झांसी से चलने के बाद डिवीजन के एक अफसर को फोन पर सूचना दी तो उसे कानपुर पहुंचने का हुक्म मिला। ओवरहेड इलेक्ट्रिक केबल में धमाका होने पर उसने इमरजेंसी ब्रेक लगाई थी। अगर वह इमरजेंसी ब्रेक न लगाता तो इससे भी बड़ा हादसा हो सकता था।

रेलकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
इंदौर पटना एक्सप्रेस हादसे में यूपी पुलिस ने अज्ञात रेलकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। कानपुर के पास पुखराया में इंदौर पटना एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। हादसा तब हुआ जब ट्रेन पुखराया स्टेशन से कानपुर के लिए निकली ही थी। हादसा रविवार तड़के लगभग 3 बजे हुआ था। सेना और एनडीआरएफ के जवान लगातार दो दिन बोगियों में फंसे लोगों और लाशों को निकालने में जुटे रहे।

अधिक लोड की वजह से हुआ हादसा
इंदौर-पटना एक्स्प्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने के पीछे एक कारण इसमें अधिक लोड भी माना जा रहा है। ट्रेन में इंदौर से क्षमता से ज्यादा बोगियां लगाई गई थीं। 22 बोगियों की क्षमता वाली इस एक्स्प्रेस ट्रेन में हादसे वाले दिन 23 बोगियां लगी थीं। अतिरिक्त कोच B-3 था, जिसमें सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। इसके पीछे S-1 कोच था। इन कोचों में ही यात्रियों को खड़खड़ की आवाज के साथ हिचकोले लग रहे थे। इससे आशंका है कि अतिरिक्त कोच में कुछ गड़बड़ी थी।