
जनरल बिपिन रावत की फाइल फोटो
उत्तर प्रदेश सरकार ने पिछड़े बुंदेलखंड की बदहाली दूर करने के लिए झांसी में डिफेंस कॉरिडोर की नींव रखी थी। शिलान्यास के समय डिफेंस कॉरिडोर का नाम झांसी नोड रखा गया था। प्रदेश सरकार ने नोटिफिकेशन जारी करके अब इसका नाम पूर्व सीडीएस जनरल बिपिन रावत के नाम पर कर दिया है।
रिकॉर्ड में दर्ज हुआ नया नाम
वीरगति से 19 दिन पहले जरनल रावत रानी झांसी की बर्थ एनिवर्सरी पर पीएम नरेंद्र मोदी के साथ झांसी आए थे। उसी दिन नरेंद्र मोदी ने जनरल बिपिन रावत की मौजूदगी में डिफेंस कॉरिडोर के झांसी नोड की फर्स्ट यूनिट की आधारशिला रखी थी। प्रदेश सरकार ने जनरल बिपिन रावत की याद में नोटिफिकेशन जारी करके रिकॉर्ड में उनका नाम दर्ज करवा दिया है।
400 करोड़ रुपए का निवेश करेगी कंपनी
झांसी किले के मैदान पर आयोजित कार्यक्रम में पीएम ने रक्षा मंत्रालय के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम भारत डायनॉमिक्स लिमिटेड की यूनिट का शिलान्यास किया था। इस कंपनी को 183 हेक्टेयर जमीन आवंटित की गई है और कंपनी यहां चार सौ करोड़ रुपए का निवेश करने जा रही है।
बीते साल गृह मंत्री ने की थी घोषणा
2022 में झांसी आए गृहमंत्री अमित शाह ने डिफेंस कॉरिडोर के झांसी नोड का नाम बदलकर जनरल बिपिन रावत रखने की घोषणा की थी। अब यूपी गवर्नमेंट ने नोटिफिकेशन जारी करके डिफेंस कॉरिडोर का नाम 'जनरल बिपिन रावत डिफेंस इंडस्ट्रियल झांसी नोड उत्तर प्रदेश’ कर दिया है।
जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि
डिप्टी कमिश्नर इंडस्ट्रीज मनीष चौधरी का कहना है कि जनरल बिपिन रावत का देश की रक्षा में अहम योगदान रहा है। उन्हीं की मौजूदगी में प्रधानमंत्री ने डिफेंस कॉरिडोर के झांसी नोड में पहली यूनिट की आधारशिला रखी थी। जनरल रावत का नाम रखकर सरकार ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
Published on:
01 Mar 2023 09:53 pm
बड़ी खबरें
View Allझांसी
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
