
झांसी में एनडीआरएफ सेंटर की उत्कृष्ट तैयारी: सुरक्षा के लिए चयनित हुई जमीन।
आपदा से निपटने में दिगारा इलाके में नए कदमों की ओर एक बड़ा कदम बढ़ा है। झांसी, बुंदेलखंड की हृदय स्थली, अब एनडीआरएफ सेण्टर के लिए एक आधुनिक और तकनीकी बचाव केंद्र के रूप में उभर रहा है।
आपदा के प्रति तत्परता: एनडीआरएफ की तैयारियां
झांसी को एक बड़े बचाव सेंटर के रूप में चयन किया जाना एक महत्वपूर्ण निर्णय है, क्योंकि यह क्षेत्र नदियों, पहाड़ों, और जंगलों से घिरा हुआ है, जिससे यह आपदा के लिए विशेष रूप से प्रतिस्थित है।
बचाव केंद्र की जमीन: दिगारा में बड़ा कदम
दिगारा में बचाव केंद्र के लिए एक हजार वर्ग मीटर जमीन को चिह्नित करने का एक उत्कृष्ट तय किया गया है, जो सुनिश्चित करेगा कि इस केंद्र की स्थापना बेहतरीन रूप से हो सके।
तेज प्रतिक्रिया समय: एनडीआरएफ से सहायता की आत्मीयता
लखनऊ से अब झांसी तक रेस्क्यू दल के पहुंचने में होने वाले 5-6 घंटों के इंतजार का समापन हो गया है। यह आपदा के प्राधिकृत के लिए एक बहुत अच्छा कदम है, क्योंकि तेज प्रतिक्रिया समय रहते से नुकसान को कम किया जा सकता है।
आपदा से निपटने में झांसी की नई ऊर्जा
इस प्रयास में, झांसी ने एक नई ऊर्जा को प्रदान किया है, जो आपदा के समय समुचित सहायता प्रदान करने में सक्षम होगी। एनडीआरएफ सेंटर का स्थापना न केवल इस क्षेत्र के लोगों के लिए बल्कि पूरे बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
Published on:
05 Dec 2023 09:03 am
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