
नए पुलिस कप्तान ने संभाला कार्यभार, बताया अपने काम करने का तरीका
झांसी (बुंदेलखण्ड). वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. ओपी सिंह ने आदर्श पुलिसिंग पर जोर देते हुए बताया कि सराहनीय काम पर पुरस्कृत कर प्रोत्साहित किया जाएगा तो अपराधियों से सांठगांठ करने वाली विभागीय ब्लेक सीप को चिन्हित कर उनके खिलाफ ऐसी कार्रवाई की जाएगी कि दूसरों को सबक मिलेगा, विभाग को कलंकित करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। पीड़ितों की समस्याओं का प्राथमिकता से निस्तारण किया जाएगा।
नहीं छोड़ी जाएगी कोई कसर
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पद का कार्यभार ग्रहण कर पुलिस लाइन में पत्रकारों से रू-ब-रू डॉ. ओपी सिंह ने बताया कि शासन की प्राथमिकताओं को पूरी पारदर्शिता से शतप्रतिशत लागू कराने में कसर नहीं छोड़ी जाएगी। पुलिस महानिदेशक की नीति-निर्देशों के अनुरूप धरातल पर शत प्रतिशत कार्य होगा। उन्होंने ध्येय वाक्य- मैं उनके साथ हूं, जिनके साथ कोई नहीं है के साथ वायदा किया कि पीडि़तों की समस्याओं के समाधान के लिए सर्व सुलभ, सर्व उपलब्धता के साथ ही टेलीफोन पर मिली शिकायतों का शतप्रतिशत निराकरण कराने का प्रयास तो करेंगे ही साथ ही उसका फीड बैक भी लेंगे। उन्होंने बताया कि प्रमुख अपराध व अपराधियों को चिन्हित कर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। यातायात व सिविल पुलिस के साथ ही जन सहयोग से यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाएगा।
अच्छा काम करने वाले होंगे पुरस्कृत
एसएसपी ने थाना दिवसों को सार्थक बनाने पर जोर देते हुए बताया कि जनशिकायतों, जमीनों के विवादों को चिन्हित कर थाना दिवस में दोनों पक्षों के सामने निस्तारण किया जाएगा। आईजीआरएस व सीसीटीएनएस की शिकायतों का निस्तारण पारदर्शिता व निष्पक्षता से करने एवं अपराधों पर अंकुश, अनावरण व अपराधियों की धरपकड़ में त्वरित कार्रवाई के साथ ही इलेक्ट्रनिक/वैज्ञानिक संसाधनों का भरपूर प्रयोग करने के साथ ही विवेचना व जांच सही व गुणवत्तायुक्त हो, पर विशेष जोर रहेगा। समय-समय पर इसकी समीक्षा कर अच्छा कार्य करने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा। उन्होंने कही बातों को धरातल पर उतारने व व्यवस्था सुधारने में एक माह का समय मांगते हुए वायदा किया कि उसके बाद वह पत्रकारों के सवालों के जवाब देंगे। इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक नगर सहित समस्त क्षेत्राधिकारी उपस्थित रहे।
स्वयं का सूचना तंत्र होगा विकसित
अवैध खनन, जुआ, सटटा, अवैध मादक पदार्थों की बिक्री, अवैध खनन, अवैध कब्जे आदि पर रोकथाम के सवालों पर उन्होंने स्पष्ट किया कि शासन द्वारा टास्क फोर्स का गठन किया गया है और लगातार कार्यवाही जारी है। उन्होंने बताया कि डिजीटल वालेण्टियर सिस्टम के माध्यम से सूचना तंत्र को और अधिक मजबूत किया जाएगा ताकि इसके माध्यम से सटीक सूचनाएं सही समय पर मिलें और त्वरित कार्यवाही करने में सुविधा हो। इसके अलावा वह स्वयं का सूचना तंत्र विकसित करेंगे ताकि इस तरह के अपराधों पर त्वरित कार्यवाही की जा सके।
20 वर्ष सिविल पुलिस का अनुभव
इलाहाबाद विवि से दर्शनशास्त्र में स्नातक व पीएचडी से अलंकृत डॉ. ओपी सिंह 1990 बैच के पीपीएस व 2018 के आईपीएस अधिकारी हैं। इससे पूर्व झांसी जीआरपी अनुभाग केपुलिस अधीक्षक रेलवे के पद पर काम कर चुके डॉ. सिंह का स्थानांतरण ललितपुर जनपद में पुलिस अधीक्षक के पद पर हुआ था। ललितपुर में एसपी के पद से पदोन्नति होकर झांसी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पद का आज कार्यभार ग्रहण किया। इसे उनकी कार्यकुशलता ही कहा जाएगा कि अपनी 25 वर्ष की पुलिस सेवा में 20 वर्ष सिविल पुलिस में कार्यरत रहे। इस दौरान बहराइच, इलाहाबाद, कानपुर नगर, बरेली, मेरठ, हापुड़, गौतमबुद नगर, सीतापुर, फिरोजाबाद, फैजाबाद, बाराबंकी, नोयडा, गाजियाबाद आदि जिलों मेें अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
Published on:
30 Nov 2018 02:17 pm
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